Edited By Vatika,Updated: 25 Feb, 2019 04:57 PM
करतारपुर कॉरिडोर निर्माण के लिए अधिग्रहण की जाने वाली भूमि पर किसानों ने बवाल मचा दिया है। भूमि के उचित मुआवजे को लेकर करतारपुर के किसानों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के आंदोलन ने करतारपुर कॉरिडोर निर्माण की रफ्तार को रोक दिया है। भारत...
गुरदासपुरः करतारपुर कॉरिडोर निर्माण के लिए अधिग्रहण की जाने वाली भूमि पर किसानों ने बवाल मचा दिया है। भूमि के उचित मुआवजे को लेकर करतारपुर के किसानों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के आंदोलन ने करतारपुर कॉरिडोर निर्माण की रफ्तार को रोक दिया है। भारत सरकार ने दावा किया था कि 4 माह के भीतर कॉरिडोर के निर्माण कर लिया जाएगा लेकिन किसानों को अगर उचित मुआवजा नहीं मिला तो यह कार्य समयावधी के भीतर नहीं हो पाएगा।
सोमवार को डेरा बाबा नानक में किसानों ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ मुआवजे को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और किसानों में स्थिति तानवपूर्ण हो गई। किसानों का कहना है कि 2014 में बठिंडा-अमृतसर नेशनल हाईवे के निर्माण के लिए एक्वायर की जाने वाली जमीन की कीमत 8 से 9 गुणा अधिक दी गई थी, उसी तर्ज पर उन्हें मुआवजा दिया जाए।
किसान मुआवजे संबंधी एक कमेटी गठित की जाने की भी मांग कर रहे हैं, ताकि कमेटी की मीटिंग में प्रशासन से बातचीत की जा सके।गौरतलब है कि 26 नवंबर 2018 को उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने डेरा बाबा नानक में करतारपुर कॉरिडोर का नींव पत्थर रखा था। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया था कि चार महीने में कोरिडोर बना दिया जाएगा। ढाई महीने बीत गए हैं, लेकिन अभी भी किसानों को जमीन के मुआवजे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। किसान कम मुआवजे के विरोध में लगतार प्रदर्शन कर रहे हैं।