Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 11:43 AM
प्रदेश सरकार ने नगर निगमों, नगर पंचायतों व जिला परिषद के चुनावों में महिलाओं 50 फीसदी आरक्षण देने की बात कही है। इस तरह का बिल कैप्टन सरकार पास भी कर चुकी है। इस बिल को महिला सशक्तिकरण के साथ जोड़ा गया था और हर पार्टी ने इसका स्वागत भी किया था।...
जालंधर(रविंदर शर्मा): प्रदेश सरकार ने नगर निगमों, नगर पंचायतों व जिला परिषद के चुनावों में महिलाओं 50 फीसदी आरक्षण देने की बात कही है। इस तरह का बिल कैप्टन सरकार पास भी कर चुकी है। इस बिल को महिला सशक्तिकरण के साथ जोड़ा गया था और हर पार्टी ने इसका स्वागत भी किया था। कैप्टन सरकार के इस फैसले से महिला वर्करों में खासा उत्साह व खुशी पाई गई थी, मगर यह उत्साह व खुशी जल्द ही काफूर होने वाली है। इसके पीछे वजह यह है कि कोई भी पार्टी किसी महिला वर्कर को चुनाव मैदान में उतारने को राजी नहीं है।
महिला वर्करों को खुड्डे लाइन लगाकर हर नेता अपनी पत्नी को ही चुनावी मैदान में उतारने पर अड़ा हुआ है, अब चाहे उसकी पत्नी को राजनीति की ए बी सी भी न आती हो। जालंधर जिले की बात करें तो यहां 60 वार्ड से बढ़ाकर 80 वार्ड कर दिए गए हैं। पिछली बार 60 में से 26 सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व थीं मगर हाऊस में चुनकर आई थीं 27 महिलाएं। पार्षद श्रवण ग्रोवर के देहांत के बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी कमलेश ग्रोवर ने वार्ड 49 से बाजी मारी थी। इनमें से अधिकांश महिलाओं की एक ही पहचान थी कि उनके पति राजनीतिक पार्टी के नेता थे और महिला सीट रिजर्व होने के बाद पतियों ने अपनी पत्नियों को आगे कर दिया था। सिर्फ एक या दो सीटें ही ऐसी थीं जिन पर महिलाओं ने अपने बल पर चुनाव जीता था।
अबकी बार भी वही तैयारी है। इस बार 80 में से 40 के करीब वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व रखे गए हैं। नई वार्डबंदी में कई दिग्गज नेताओं के वार्ड महिला रिजर्व हो गए हैं। वहीं जालंधर जिला महिला कांग्रेस प्रधान डा. जसलीन सेठी का कहना है कि यह पार्टी के अंदरूनी लोकतंत्र पर चोट है। उन्होंने कहा कि चुनावों में पार्टियों को एक्टिव महिला वर्करों को ही उतारना चाहिए, न कि नेताओं की पत्नियों को। वह कहती हैं कि ऐसे में अलग से महिला विंग का पार्टी में कोई आधार नहीं रह जाएगा।
इन वार्डों में ये पत्नियां चुनाव के लिए तैयार
-वार्ड 2 : भाजपा नेता वेद वशिष्ठ की पत्नी प्रेम लता वशिष्ठ
-वार्ड 3 : अकाली नेता परमजीत रेरू की पत्नी दविंद्र कौर
-वार्ड 6 : कांग्रेसी नेता परमजीत सिंह की पत्नी रीना कौर
-वार्ड 8 : कांग्रेसी नेता निर्मल सिंह निम्मा की पत्नी दविंद्र कौर
-वार्ड 9 : भाजपा नेता गुरमीत चंद की पत्नी सुदेश रानी
-वार्ड 10 से अकाली नेता एस.एस. ढींडसा की पत्नी सिमरजीत कौर ढींडसा
-वार्ड 14 से भाजपा नेता जगजीत सिंह की पत्नी मंजीत कौर
-वार्ड 21 से अकाली नेता कमलजीत कौर गांधी की पत्नी दलविंद्र कौर
-वार्ड 23 से भाजपा नेता जतिंद्र जिंद की पत्नी सुलेखा भगत
-वार्ड 26 से कांग्रेसी नेता मोहिंद्र सिंह गुल्लू की पत्नी कंवलजीत गुल्लू
-वार्ड 29 से अकाली नेता कुलदीप ओबराय की पत्नी अरविंद्र कौर ओबराय
-वार्ड 30 से कांग्रेसी नेता राजिंद्र बेरी की पत्नी उमा बेरी
-वार्ड 31 से नेता इकबाल सिंह ढींडसा की पत्नी रमिंद्र कौर ढींडसा
-वार्ड 32 से भाजपा नेता किरपाल पाली की पत्नी सत्या
-वार्ड 32 से कांग्रेसी नेता अरुण जैन की पत्नी नीरजा जैन
-वार्ड 34 से भाजपा नेता गुलशन शर्मा की पत्नी कंचन शर्मा
-वार्ड 36 से कांग्रेसी नेता जगदीश राज की पत्नी अनिता राज
-वार्ड 39 से अकाली नेता गुरदीप नागरा की पत्नी जसपाल कौर नागरा
-वार्ड 44 से कांग्रेसी नेता कुलदीप मिंटू की पत्नी गुरविंद्र कौर
-वार्ड 45 से कांग्रेसी नेता मेजर सिंह की पत्नी अमनजीत कौर मेजर
-वार्ड 49 से कांग्रेसी नेता श्रवण ग्रोवर की पत्नी कमलेश ग्रोवर
-वार्ड 56 से कांग्रेसी नेता मनोज अरोड़ा की पत्नी अरुणा अरोड़ा
-वार्ड 58 से कांग्रेस नेता जसविंद्र बिल्ला की पत्नी सुरिंद्र कौर