Edited By Des raj,Updated: 26 Jul, 2018 07:02 PM
पंजाब सरकार द्वारा नशा की रोकथाम के लिए चलाई मुहिम के तहत नशा पीड़ितों के इलाज के लिए जिले में चल रहे ओट सैंटरों की कारगुजारी का जायजा लेने के लिए आज डिप्टी कमिश्नर विनय बबलानी व एसएसपी दीपक हिलौरी ने विशेष तौर से नवांशहर और बलाचौर में चल रहे सैंटरों...
नवांशहर (मनोरंजन): पंजाब सरकार द्वारा नशा की रोकथाम के लिए चलाई मुहिम के तहत नशा पीड़ितों के इलाज के लिए जिले में चल रहे ओट सैंटरों की कारगुजारी का जायजा लेने के लिए आज डिप्टी कमिश्नर विनय बबलानी व एसएसपी दीपक हिलौरी ने विशेष तौर से नवांशहर और बलाचौर में चल रहे सैंटरों का निरीक्षण किया।
उन्होंने इस मौके यहा इन ओट सैंटरों के इंचार्ज डाक्टर से नशा पीड़ितों की ओपीडी और उन्हें दिए जा रहे इलाज के बारे में पूछा। उन्होंने साथ ही नशा पीड़ितों से बातचीत करके उन्होंने यहां दिए जा रहे इलाज के बारे में जानकारी ली। इन डाक्टरों ने बताया कि आने वाले मरीज का सभी से पहले काउंसलर द्वारा पूरा चैकअप किया जाता है और उसके बाद उसकी जानकारी के आधार पर डाक्टर द्वारा सेहत जांच करके इलाज शुरू किया जाता है।
इलाज के लिए बूरपोनोरफिन व नीलोकसन की गोली नशा पीड़ित को दी जाती है और दवाई खाने से कुछ समय बाद तक उसकी निगरानी रखी जाती है। किसी भी मरीज का इलाज शुरू करने से पहले उसको यूआईडी नंबर दिया जाता है ताकि वह भविष्य में किसी भी समय ओट सैंटर पर जाकर दवाई ले सके। इस मौके सहायक कमिश्नर संजीव कुमार, जिला भलाई अफसर सुखविंदर, डा. दविंदर ढांडा, एसएमओ बलाचौर डा. रविंदर ठाकुर, नवांशहर ओट सैंटर के इंचार्ज डा. जतिन भल्ला व बलाचौर ओट सैंटर के इंचार्ज डा. चरनदीप मौजी मौजूद थे।