Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 03:04 PM
ड्रग मामले में फंसे अाम अादमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही।
चंडीगढ़ः ड्रग मामले में फंसे अाम अादमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। हाईकोई में याचिका खारिज होने के बाद विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा का कहना है कि उनके खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट के आदेश हाईकोर्ट ने खत्म कर दिए हैं। अब उन पर 30 नवंबर तक कोर्ट में पेश होने की कोई लिमिट नहीं रही। वह जज के फैसले के खिलाफ रिव्यू पटीशन भी डाल सकते हैं और उनके पास सुप्रीम कोर्ट तक जाने की आॅप्शन खुली है। 30 नवंबर को कोर्ट देखेगी कि उन्हें दोबारा कब बुलाना है।
उन्होंने कहा, अभी उन्हें कोई सजा नहीं हुई है। ऐसे में यह कहना गलत होगा कि उन्हें कोई झटका लगा है। वे कहीं नहीं भागेंगे और इसी पंजाब में रहकर भ्रष्टाचार, नशे और हर तरह के माफिया से आखिरी दम तक लड़ेंगे और सच की जीत होगी। उन्होंने कहा, सभी पंजाबियों से कहना चाहते हैं कि चिंता नहीं करनी। जो भी व्यक्ति व्हिसल ब्लोअर बनेगा, उसे ऐसी मुसीबतें झेलनी ही पड़ेंगी।
खैहरा ने कहा, यह उनके खिलाफ बड़ी साजिश है। वह नशों की तस्करी में लिप्त अकाली दल के नेताओं के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। इसके अलावा वह पंजाब में अकाली-भाजपा की 10 साल की सत्ता के दौरान हुई लूट खसूट को लेकर भी आवाज उठाते रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस सरकार के मंत्री राणा गुरजीत सिंह द्वारा अपने रसोइये के नाम पर रेत की खड्ड लेने का मामला उजागर किया और कई अन्य मामलों में आवाज उठाई, इसी कारण उन्हें साजिश के तहत कांग्रेस और अकाली दल ने मिलकर फंसाया है। ये दोनों पार्टियां किसी किसी तरह मेरी जुबान बंद कराना चाहती हैं। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को चुनौती दी कि वह इस सारे मामले से पाक साफ होकर बाहर निकलेंगे। जो उनके खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं, उनमें पार्टियां कामयाब नहीं होंगी।