Edited By Vatika,Updated: 05 Apr, 2019 11:33 AM
हालांकि अभी यह फाइनल नहीं हो पाया है कि केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल कहां से चुनाव लडऩे जा रही हैं लेकिन उससे पहले उन्होंने पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पर लोगों का सामना करने की बजाय मैदान छोड़ भागने का आरोप लगाते हुए बठिंडा से चुनाव...
लुधियाना(हितेश): हालांकि अभी यह फाइनल नहीं हो पाया है कि केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल कहां से चुनाव लडऩे जा रही हैं लेकिन उससे पहले उन्होंने पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पर लोगों का सामना करने की बजाय मैदान छोड़ भागने का आरोप लगाते हुए बठिंडा से चुनाव लडऩे का चैलेंज दिया है।
हरसिमरत ने कहा कि 2014 में चुनाव हारने के बाद मनप्रीत ने उन पर अकाली दल व भाजपा सरकार की मशीनरी का जोर लगाने का आरोप लगाया था लेकिन अब तो कांग्रेस की सरकार है, फिर भी मनप्रीत ने चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया है। मनप्रीत के पास थर्मल प्लांट बंद करने, रिफाइनरी पर गुंडा टैक्स के असर व एम्स के निर्माण में पंजाब सरकार द्वारा रोड़े अटकाने के मुद्दे पर जनता को जबाब देने की हिम्मत नहीं है। हरसिमरत ने कहा कि विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र बनाने वाले मनप्रीत उन वायदों को पूरा न करने की जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते।
ये लगाए गए हैं आरोप
-मुलाजिमों को डी.ए. रिलीज करने से इंकार।
-टीचरों को रैगुलर करने के नाम पर सैलरी में कटौती की गई।
-केंद्र से शेयर आने के बावजूद 12 लाख दलित विद्यार्थियों को नहीं मिली स्कॉलरशिप।
- स्कूली बच्चों को सर्दी खत्म होने के बाद मिली वर्दी।
-शगुन स्कीम की राशि में नहीं किया गया इजाफा।
-आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को नहीं मिला 10 लाख मुआवजा।