Edited By swetha,Updated: 15 May, 2018 02:01 PM
सरकारी स्कूलों को हर सुविधा देने के सरकार भले ही लाख दावे करे। मगर इसकी असली तस्वीर देखने को मिली मुख्यमंत्री के अपने ही शाही शहर पटियाला में। वहां इन मासूमों के बैठने के लिए कमरों तक का प्रबंध नहीं। यह स्कूल पटियाला के दानामंडी में स्थित...
पटियालाः सरकारी स्कूलों को हर सुविधा देने के सरकार भले ही लाख दावे करे। मगर इसकी असली तस्वीर देखने को मिली मुख्यमंत्री के अपने ही शाही शहर पटियाला में। वहां इन मासूमों के बैठने के लिए कमरों तक का प्रबंध नहीं। यह स्कूल पटियाला के दानामंडी में स्थित एलिमेंट्री स्कूल हैं। इस स्कूल में 168 बच्चे पढ़ते हैं। यहां सिर्फ 3 ही कमरें हैं।
लिहाजा गर्मी हो या सर्दी, यह मासूम बच्चे बरामदे की शैड के नीचे बैठकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं। जरूरत है इस स्कूल की तरफ विशेष ध्यान देकर कमरों का निर्माण करवाने की, ताकि मासूमों की पढ़ाई में कोई अड़चन न आए। इस संबंधी स्कूली अध्यापकों ने विभाग को पत्र लिखकर विशेष ध्यान देने की मांग की है। अब देखना होगा सरकार इस तरफ ध्यान देती है कि नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।