Edited By Updated: 23 Apr, 2017 02:18 PM
गुरदासपुर में गैंगवार में विक्की गौंडर व उसके साथियों के हाथों मारे गए हरप्रीत सिंह उर्फ सूबेदार निवासी मुस्तफाबाद जट्टां के विरुद्ध इलाके के सभी जरायमपेशा नौजवान हो चुके थे। इन सभी नौजवानों ने सुक्खा भिखारीवाल के साथ मिल कर विक्की गौंडर गैंग का हाथ...
गुरदासपुर (विनोद): गुरदासपुर में गैंगवार में विक्की गौंडर व उसके साथियों के हाथों मारे गए हरप्रीत सिंह उर्फ सूबेदार निवासी मुस्तफाबाद जट्टां के विरुद्ध इलाके के सभी जुर्म पेशा नौजवान हो चुके थे। इन सभी नौजवानों ने सुक्खा भिखारीवाल के साथ मिल कर विक्की गौंडर गैंग का हाथ थाम रखा था। सूत्रों से पता चला है कि विक्की गौंडर करीब 2 माह से गुरदासपुर में ही था और जीप में घूमते देखा गया लेकिन गुरदासपुर पुलिस का कोई भी पुलिस अधिकारी फिलहाल कोई पुष्टि नहीं कर रहा है। एस.एस.पी. के अनुसार विक्की गौंडर गैंग को पकडने के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं जो दिन-रात छापेमारी कर रही हैं। इससे आगे उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। अब तक गुरदासपुर में पुलिस 50 के करीब नौजवानों से पूछताछ कर चुकी है।
क्यों थे जुर्म पेशा नौजवान हरप्रीत सिंह सूबेदार कि खिलाफ
जानकारी अनुसार साल 2015 में हरप्रीत सिंह सूबेदार ने स्थानीय गीता भवन रोड पर सुख भिखारीवाला पर जालंधर में फकड़े गए दमनप्रीत सिंह निवासी नवीपुर ने मिल के गोलियां चलाईं थी। बेशक हरप्रीत सिंह ने गोलियां चलाने वालों को पहचान लिया था। फिर भी उसने पुलिस के सामने आरोपियों को पहचाने से इंकार कर दिया था क्योंकि वह उनसे खुद बदला लेना चाहता था। इसके चलते कई बार दोनों में विवाद हुआ था। इसी बीच एक एन.आर.आई. युवक ने सुक्खा भिखारीवाल व विक्की गौंडर को आपस में मिलवा दिया। इसके पश्चात सुक्खा व विक्की गौंडर दोनों की खासी दोस्ती हो गई। गुरदासपुर जेल में सूबेदार के साथियों द्वारा सुक्खा भिखारीवाल से जुड़े लोगों से मारपीट की भी सूचना है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सूबेदार ने विक्की गौंडर से फेसबुक पर डायलॉगबाजी की थी जिस कारण दोनों ग्रुप में तल्खी बढ़ी हुई थी और यही बातें ट्रिपल मर्डर का कारण बनीं।
पुलिस की नजर फेसबुक पर, गैंगस्टर की आई.डी. ब्लाक
सूत्रों ने बताया कि पुलिस टीमें गैंगस्टरों की हरेक गतिविधियों पर लगातार नजर रखे हुए है। गुरदासपुर में हुई वारदात के पश्चात फेसबुक पर बनी कई गैंगस्टरों की आई.डी. ब्लाक हो गई है। कई आई.डी. डी-एक्टीवेट हो चुकी हैं।
जालंधर में शरण देने वाले सुक्ख की तलाश में छापेमारी
छोटी बारादरी पार्ट-1 में चारों गैंगस्टरों को शरण दिलाने वाले जालंधर के सुक्ख की तलाश में कमिश्नरेट पुलिस ने कई जगहों पर रेड की, लेकिन समाचार लिखे जाने तक सुक्ख पुलिस के हाथ नहीं लगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उक्त युवक सुक्ख के गुरदासपुर में अच्छे संबंध हैं। आज यह भी सूचना रही कि सुक्ख खुद सरैंडर करना चाहता है, लेकिन समाचार लिखे जाने तक सुक्ख के सरैंडर करने संबंधी पुष्टि नहीं हो सकी। ए.डी.सी.पी. रविन्द्रपाल सिंह संधू का कहना है कि सुक्ख के सामने आने पर कई तथ्यों का खुलासा हो सकता है।
2 मार्च को भी चोला साहिब मेले में देखा गया था गौंडर
विक्की गौंडर फरवरी 2017 से ही जिला गुरदासपुर में रह रहा था। कई लोगों ने उसे महिन्द्रा थार जीप में घूमते हुए भी देखा था। उसके गुरदासपुर आने संबंधी पहले तो कहा जा रहा था कि वह गैंगवार करने से एक दिन पहले ही जिला गुरदासपुर आया था, परंतु पता चला है कि वह डेरा बाबा नानक कस्बे में 2 मार्च को होने वाले चोला साहिब मेले से पहले ही जिला गुरदासपुर में आ गया था तथा भिखारीवाल सहित अन्य कई सम्पर्क सूत्रों के पास रहा।