Edited By Vatika,Updated: 27 Jul, 2022 04:12 PM
अमृतसर में मंकीपॉक्स का संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है, जिसे सरकारी मैडीकल कॉलेज गुरु
अमृतसरः अमृतसर में मंकीपॉक्स का संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है, जिसे सरकारी मैडीकल कॉलेज गुरु नानक अस्पताल स्थित मंकीपॉक्स वॉर्ड में भर्ती करवाया गया है। बताया जा रहा है कि यह मरीज दिल्ली के एक मरीज के संपर्क में आया था, जिसे मंकीपॉक्स से इन्फेक्टेड बताया गया। हालांकि डॉक्टरों ने मरीज का सैंपल लेकर जांच के लिए सरकारी मैडीकल कॉलेज वाइल्ड डिजीज रिसर्च लैब में भेज दिया है। यहां RTPCR मशीन में सैंपल डालकर जांच की जा रही है।
मंकीपॉक्स के लक्ष्ण और सिम्टम्स
मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। संक्रमण का प्रसार संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क के माध्यम से या वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है। ऐसा माना जाता है कि यह चूहों, चूहियों और गिलहरियों जैसे जानवरों से फैलता है। यह रोग घावों, शरीर के तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों और दूषित सामग्री जैसे बिस्तर के माध्यम से फैलता है। वायरस चेचक की तुलना में कम संक्रामक है और कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है। इनमें से कुछ संक्रमण यौन संपर्क के माध्यम से संचरित हो सकते हैं। डब्ल्यू.एच.ओ. के मुताबिक होमोसैक्शुयल और बायोसैक्शुयल लोगों में अभी तक इसके मामले ज्यादा है।
इन पर ध्यान देने की जरूरत
तेज बुखार आ सकता है। सिर में तेज दर्द होना। आपको शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन आ सकती है। त्वचा पर लाल चकत्ते या फफोले पड़ते हुए दिखाई देना। शरीर में लगातार एनर्जी की कमी होना भी इस बीमारी का लक्षण हैं।