Edited By Updated: 24 May, 2017 07:12 AM
पंजाब रोडवेज की वर्कशाप के अंदर बने हुए आधुनिक ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर मंगलवार को उस समय विवाद खड़ा हो गया जब एक निजी कारिंदे ने 10-12 फाइलें फीस कटवाने के लिए कैशियर के सामने रखीं और कहा कि उक्त फाइलें सत्ताधारी पार्टी के........
जालंधर (अमित): पंजाब रोडवेज की वर्कशाप के अंदर बने हुए आधुनिक ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर मंगलवार को उस समय विवाद खड़ा हो गया जब एक निजी कारिंदे ने 10-12 फाइलें फीस कटवाने के लिए कैशियर के सामने रखीं और कहा कि उक्त फाइलें सत्ताधारी पार्टी के एक नेता से संबंधित व्यक्ति की हैं, इसलिए तुरंत फीसें काटकर रसीदें दे दो। कैशियर ने फीसें काटने से साफ तौर पर मना करते हुए कहा कि पहले डी.टी.ओ. के साइन करवाओ या एप्लीकैंट को बुलाओ, क्योंकि अधिकारियों ने ऐसा करने का निर्देश जारी किया है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार कैशियर की बात सुनते ही निजी कारिंदा भड़क उठा और कहने लगा कि तुम्हें मेरी पावर का पता नहीं है, क्योंकि कुछ दिन पहले तुम्हारे पति का ट्रांसफर भी मैंने ही करवाया है और अगर तुमने फीसें नहीं काटीं तो तुम्हारा भी तबादला हो जाएगा।
निजी कारिंदे द्वारा धमकी देने पर भी कैशियर नहीं मानी तो निजी कारिंदे ने अपने किसी समर्थक को ट्रैक पर बुला लिया और दोनों पक्षों में जमकर कहा-सुनी हुई। काफी देर तक जब विवाद जारी रहा तो एक अन्य कर्मचारी ने डी.टी.ओ. से फोन पर बात करने की सलाह दी, जिसके बाद फीस काट दी गई। मगर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अगर समय रहते मामला नहीं सुलझता तो विवाद काफी बढ़ सकता था, क्योंकि अपनी पत्नी के साथ हुई बदतमीजी की खबर मिलते ही कुछ दिन पहले ट्रैक से ट्रांसफर हुआ कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गया और दोनों पक्षों में तीखी तकरार हुई तथा हाथापाई तक की नौबत आ गई थी। पंजाब केसरी से विशेष बातचीत में कैशियर तनु ने कहा कि उक्त निजी कारिंदा अक्सर किसी न किसी की धौंस जमाकर अपने जायज-नाजायज काम करवाता रहता है और वह इसकी शिकायत डी.टी.ओ. के पास अवश्य करेगी।
मेरी जानकारी में नहीं मामला, जांच होगी : DTO
डी.टी.ओ. गुरमीत सिंह मुल्तानी से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है, मगर मामला गंभीर है और वह इसकी जांच करवाएंगे, ताकि ट्रैक पर माहौल खराब न हो। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति को बिना आवेदक के फीस कटवाने की इजाजत नहीं दी जाएगी और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी कर्मचारी के ऊपर गलत काम करने का दबाव न बनाया जा सके।