Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Oct, 2017 09:14 AM
कस्बा पंजेके उताड़ के अंतर्गत पड़ते गांव चक्क पंजेके (झुगे कचुरियां वाले) निवासी एककिसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
गुरुहरसहाय/बालियांवाली (आवला/शेखर): कस्बा पंजेके उताड़ के अंतर्गत पड़ते गांव चक्क पंजेके (झुगे कचुरियां वाले) निवासी एककिसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार गुरमीत सिंह (28) पुत्र काला सिंह पिछले लंबे समय से कर्जे की मार तले दबा हुआ था और कर्जे की परेशानी के कारण ही किसान का पिता काला सिंह पहले ही दिमागी परेशानी से जूझ रहा है। घर का सारा कारोबार और कृषि नौजवान गुरमीत सिंह संभाल रहा था। वह भी ज्यादा कर्ज होने के कारण पिछले काफी दिनों से परेशान चल रहा था। उक्त किसान ने कर्ज न उतरता देख खेतों में जाकर कीटनाशक दवा पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
वहीं बालियांवाली के गांव झंडूके में गत रात्रि एक किसान ने कर्ज से परेशान होकर सल्फास निगलकर खुदकुशी कर ली। मिली जानकारी के अनुसार सुरजीत सिंह पुत्र गुरबख्श सिंह जट सिख (47) के सिर लगभग 4 लाख रुपए का मौड़ मंडी की बैंक लिमिट का कर्ज था, जिस कारण वह गत 5-6 दिन से मानसिक तौर पर परेशान था। इसी हालात में उसने गत रात्रि लगभग 12 बजे के करीब सल्फास की गोलियां खाकर खुदकुशी कर ली।
उधर,कर्ज से परेशान किसानों द्वारा खुदकुशियों का सिलसिला लगातार जारी है जिनमें जिला बठिंडा पहले नंबर पर है। कैप्टन सरकार के कार्यकाल के 6 माह दौरान केवल बङ्क्षठडा जिले में ही 47 किसान-मजदूर खुदकुशी कर चुके हैं।