Edited By Tania pathak,Updated: 07 Dec, 2020 01:17 PM
इस बंद की कॉल को सफल बनाने के लिए किसान जत्थेबंदियों को पंजाब भर से स्वीकृति मिली है।
अमृतसर: नए खेती कानूनों को वापस लेने और भारत सरकार पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली बार्डर पर डटी किसान जत्थेबंदियों की तरफ से 8 दिसंबर मंगलवार को भारत बंद की कॉल दी गई है। इस बंद की कॉल को सफल बनाने के लिए किसान जत्थेबंदियों को पंजाब भर से स्वीकृति मिली है। उधर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति का कहना है क्या 8 दिसंबर के भारत बंद को सफल बनाने के लिए उनकी तरफ से पूरे यत्न किये जा रहे हैं? कुंडली बार्डर पर जत्थेबंदी के धरने में शामिल होने के लिए रोजमर्रा की कई वाहन दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने साफ किया है कि किसान खेती बिल को रद्द करवा कर ही रहेंगे। किसान नेता का कहना है कि जब तक भारत सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इसके साथ किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि 11 दिसंबर को उनकी जत्थेबंदी के हजारों वर्कर दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
किसानों का प्रदर्शन 12वें दिन भी जारी
किसानों का खेती कानूनों खिलाफ प्रदर्शन जारी है। दिल्ली की सरहदों पर डटे किसानों के प्रदर्शन का आज 12वां दिन है। किसान तीनों ही खेती कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। जिसके लिए 8 दिसंबर को भारत बंद की कॉल दी गई है। भारत बंद से पहले किसानों का लगातार प्रदर्शन जारी है। वही सरकार लगातार मंथन में लगी है कि किसान को कैसे मनाया जाए। किसानों को अब राजनितिक दलों, फ़िल्मी हस्तियों, कलाकारों समेत समाज के अलग -अलग वर्गों का भी साथ मिल रहा है।
किसान के हक में आज खिलाड़ी सरकार को वापिस करेंगे अवार्ड
किसान आंदोलन में आज कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने अवार्ड वापस कर सकते हैं। दोपहर 2 बजे के करीब प्रैस क्लब में कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है, जिसमें 30 खिलाड़ी अवार्ड वापसी का ऐलान करेंगे। बता दें कि बीते दिनों मुक्केबाज विजेंदर सिंह सिंघू बार्डर पर पहुंचे, उन्होंने कहा कि यदि मांगे न मानी गई तो वह 'खेल रत्न अवार्ड' वापस कर देंगे। उनसे पहले पंजाब की कई शख्सियतें सम्मान वापस कर अपना रोष प्रकट कर चुकी हैं।