Edited By Vaneet,Updated: 25 Jul, 2019 09:56 PM
काफी समय से प्रतीक्षा अधीन बरसात अब किसानों के लिए श्राप बनने लगी है। मानसून की पहली बरसात ने ही किसानों के खेतों में...
फरीदकोट(हाली): काफी समय से प्रतीक्षा अधीन बरसात अब किसानों के लिए श्राप बनने लगी है। मानसून की पहली बरसात ने ही किसानों के खेतों में इतना पानी जमा कर दिया कि उसकी निकासी होनी मुश्किल हो गई है। धान के खेतों में जमा पानी की निकासी न होने के कारण नुक्सान होता देख गांव सुक्खनवाला के एक किसान ने खुदकशी कर ली। वह पहले भी 2 लाख रुपए के कर्जे तले जिंदगी व्यतीत कर रहा था।
टे्रड यूनियन नेता शविन्द्र सिंह संधू ने जानकारी दी कि सुक्खनवाला गांव के किसान गुरप्रीत सिंह पुत्र मक्खन सिंह की जमीन में 3 दिन पहले हुई भारी बरसात का पानी जमा हो गया व इसे निकालने के लिए आसपास कोई प्रबंध नहीं था। उन्होंने बताया कि खेत में से पानी निकालने के लिए सड़क तोडऩी पडऩी थी, जिसकी प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा। उन्होंने बताया कि गुरप्रीत सिंह के सिर पर पहले ही 2 लाख रुपए का कर्जा था व ऊपर से अब यह धान की फसल भी खत्म होती देख वह बर्दाश्त नहीं कर सका, जिस कारण उसने जहरीली दवाई निगलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उन्होंने बताया कि इसके 2 छोटे बच्चे भी हैं।