Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 01:28 PM
मलोट पावर काम विभाग की लापरवाही से गांव ईनाखेड़ा के एक किसान की 17 एकड़ फसल बर्बाद हो गई। इस मामले पर खेतीबाड़ी विभाग व एजैंसियों द्वारा स्थिति का जायजा लिया जा चुका है परंतु करीब 3 सप्ताह गुजर जाने के बावजूद बिजली
मलोट (जुनेजा): मलोट पावर काम विभाग की लापरवाही से गांव ईनाखेड़ा के एक किसान की 17 एकड़ फसल बर्बाद हो गई। इस मामले पर खेतीबाड़ी विभाग व एजैंसियों द्वारा स्थिति का जायजा लिया जा चुका है परंतु करीब 3 सप्ताह गुजर जाने के बावजूद बिजली विभाग की आंखें नहीं खुलीं। पत्रकारों को जानकारी देते हुए जसविंद्र सिंह पुत्र गुरमुख सिंह निवासी ईनाखेड़ा ने बताया कि उसके खेत में लगा ट्रांसफार्मर खराब हो गया था। इस संबंधी 27 जुलाई को उसने पावर काम कार्यालय में शिकायत की।
उस उपरांत लगातार कार्यालय में चक्कर लगाने के अतिरिक्त विभाग के दिए टोल फ्री नंबर 1912 पर कई बार शिकायत लिखवाई परंतु किसी अधिकारी के कान पर जूं नहीं सरकी। पीड़ित किसान के अनुसार ट्रांसफार्मर खराब होने के बाद गर्मी में फसल को पानी नहीं मिला, जिस कारण उसका 11 एकड़ धान व 6 एकड़ नरमा पूरी तरह बर्बाद हो गया है। खेती विभाग व आत्मा एजैंसी के अधिकारी इस नुक्सान का जायजा ले चुके हैं परंतु 3 सप्ताह बाद भी पावर काम कुंभकर्णी नींद सोइ हुई है।
इस संबंधी जब पावर काम के संबंधित एस.डी.ओ. इकबाल सिंह ढिल्लों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हमें मामले की जानकारी मिली है व वहां ट्रांसफार्मर लगा दिया गया है। उधर किसान का कहना है कि विभाग द्वारा उसको कोरे आश्वासन दिए जा रहे हैं, जबकि उसकी समस्या जस की तस बनी हुई है।