Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 08:54 AM
लम्बे समय से जिलाभर में विभिन्न थानों द्वारा अपराधियों से बरामद की गई गाडिय़ों की नीलामी न होने कारण जहां करोड़ों......
कपूरथला (गौरव): लम्बे समय से जिलाभर में विभिन्न थानों द्वारा अपराधियों से बरामद की गई गाडिय़ों की नीलामी न होने कारण जहां करोड़ों रुपए मूल्य की गाडिय़ां कबाड़ बन चुकी हैं। इन गाडिय़ों ने थानों की बेशकीमती जगह घेर रखी है और इनमें पड़े गंदे पानी ने डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी को पैदा कर लिया है, जिसका बुरा असर जिले के लाखों लोगों की सुरक्षा कर रहे पुलिस कर्मियों की सेहत पर पड़ सकता है।
गत 20 वर्षों से नहीं हुई गाडिय़ों की नीलामी
जिला पुलिस द्वारा विभिन्न मुकाबलों के परिणामस्वरूप आतंकियों से सैंकड़ों की संख्या में गाडिय़ां बरामद की गई हैं। इस दौरान खतरनाक अपराधियों से वाहन बरामद किए गए थे, लेकिन सिविल व पुलिस प्रशासन में तालमेल की कमी के परिणामस्वरूप कभी लग्जरी गाडिय़ां अब कबाड़ बन चुकी हैं और इनमें कई स्थानों पर जंगली घास तक उग आई है। अगर इनकी समय पर नीलामी की होती तो सरकार के खाते में करोड़ों रुपए की रकम आ जानी थी।
खतरनाक बीमारी पैदा कर सकते हैं कबाड़ हुए वाहन
डेंगू के इस खतरनाक मौसम दौरान जहां हजारों लोग डेंगू का शिकार हो रहे हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग कबाड़ हो चुकी गाडिय़ों, टायरों व अन्य लोहे के सामान में पड़े पानी को साफ करवाने की मुहिम में व्यस्त है। पुलिस थानों के सी.आई.ए. स्टाफ कॉम्पलैक्स के आसपास पिछले 20-25 वर्षों से कबाड़ हो चुके इन वाहनों में इस कदर गंदा पानी भर चुका है कि इनमें से पैदा होने वाला जहरीला मच्छर खतरनाक बीमारियों व डेंगू को पैदा कर रहा है। इससे थानों व विंगों में काम कर रहे पुलिस कर्मियों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है, जो लोगों की सुरक्षा के लिए भी चुनौती बन सकता है।