Edited By Mohit,Updated: 23 Jun, 2019 05:00 PM
11 मई 2019 को विजिटर वीजा के जरिए दुबई गए कुलदीप सिंह (32) ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उसकी भारत में वापसी इस तरह बंद बक्से में होगी।
अमृतसर/जालंधरः 11 मई 2019 को विजिटर वीजा के जरिए दुबई गए कुलदीप सिंह (32) ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उसकी भारत में वापसी इस तरह बंद बक्से में होगी। जानकारी अनुसार जालंधर के बस्ती बावा खेल इलाके के रहने वाले कुलदीप सिंह का दुबई पहुंचने के 10 दिन बाद ही 22 मई को कत्ल हो गया।
परिवार को जब इस घटना के बारे में पता लगा तो उन्होंने सरबत्त का भला ट्रस्ट और समाज सेवी एस.पी. ओबराय को उनके पुत्र की लाश भारत लाने की अपील की, जिसके बाद ट्रस्ट के सदस्यों ने कुलदीप की लाश को भारत वापिस लाया। अमृतसर एयरपोर्ट पर लाश लेने के लिए पहुंचे मृतक के परिवार ने एस.पी. ओबराय का धन्यवाद किया, जिनकी वजह से वह कुलदीप के अंतिम दर्शन कर सके। सरबत्त का भला ट्रस्ट के सदस्य नवजीत सिंह ने बताया कि उनका ट्रस्ट अब तक 119 नौजवानों और लड़कियों की लाशों को उनके परिवार वालों के हवाले कर चुका है।