Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Aug, 2017 11:14 AM
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख विरुद्ध आए अदालती फैसले के पश्चात पंजाब में पैदा हुए......
कोटकपूरा(नरिन्द्र): डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख विरुद्ध आए अदालती फैसले के पश्चात पंजाब में पैदा हुए तनावपूर्ण माहौल के चलते जहां बड़े कारोबारियों व आम लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं, वहीं इसकी सबसे ज्यादा मार समाज के कमजोर वर्ग मजदूर पर देखने को मिल रही है।
आज ‘पंजाब केसरी’ की टीम द्वारा जब इस संबंधी स्थानीय रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे जा कर जायजा लिया गया तो वहां भारी संख्या में मजदूर काम के इंतजार में बैठे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि वैसे तो पिछले एक सप्ताह से ही उनको कोई कार्य नहीं मिल रहा परन्तु 25 अगस्त के पश्चात उन्हें काम मिलना बिल्कुल ही बंद हो चुका है और हालात ये बन गए हैं कि उनको रोजी-रोटी के भी लाले पड़ गए हैं।
इस दौरान वहां बैठे मजदूर बलदेव, राकेश, गोविंद, कृष्ण व छिंदा सिंह आदि ने बताया कि वे हर रोज घर से काम की उम्मीद लेकर आते हैं परन्तु खाली हाथ ही वापस चले जाते हैं। उन्होंने बताया कि कई दिनों से काम न मिलने के कारण अब वे परिवारों सहित भूखा रहने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि कफ्र्यू के कारण दोपहर 12 बजे पुलिस कर्मचारी उनको भगा देते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि उनको रोजगार दिलाया जाए ताकि वे अपने परिवारों का पेट भर सकें।