Edited By swetha,Updated: 10 Jul, 2018 09:48 AM
गुरु नानक देव अस्पताल में निहंग जत्थेबंदी व सत्कार कमेटी के बीच खून टकराव हुआ। अस्पताल में भर्ती निहंग जत्थेबंदी के रणजीत सिंह व उसका अटैंडैंट मनजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हुआ, जिनकी हालत डाक्टरों द्वारा गंभीर बताई जा रही है।
अमृतसर(संजीव, दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल में निहंग जत्थेबंदी व सत्कार कमेटी के बीच खून टकराव हुआ। अस्पताल में भर्ती निहंग जत्थेबंदी के रणजीत सिंह व उसका अटैंडैंट मनजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हुआ, जिनकी हालत डाक्टरों द्वारा गंभीर बताई जा रही है।
रविवार को दोनों पक्ष निहंग जत्थेबंदी व सत्कार कमेटी आमने-सामने हुई और उनमें जमकर झगड़ा हुआ जिसके बाद रणजीत सिंह व उसके अटैंडैंट को अस्पताल में दाखिल करवाया गया जिन्हें सत्कार कमेटी के करीब 50 तलवारधारी सदस्यों ने आकर घेर लिया और एक बार फिर उन्हें गंभीर चोटें पहुंचाई। घटना की जानकारी मिलते ही डी.सी.पी. अमरीक सिंह पवार, ए.सी.पी. सर्बजीत सिंह पुलिस बल के साथ गुरु नानक देव अस्पताल पहुंचे और केस दर्ज करवा मामले की जांच शुरू करवाई।
जानकारी के अनुसार निहंग जत्थेबंदी व सत्कार कमेटी के सदस्य सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर लांछन लगा कर बहस कर रहे थे, जिसके बाद दोनों का चोगावां में मिलना तय हो गया। निहंग जत्थेबंदी के जत्थेदार बाबा नारायण सिंह ने कहा कि सत्कार कमेटी ने पहले ही उन पर हमला कर दिया, जिसमें घायल हुए रणजीत सिंह को गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
मगर तब भी सोशल मीडिया पर चल रहा विवाद न टला और आज दोपहर सत्कार कमेटी के दर्जनों सदस्य क्रिपाने लेकर गुरु नानक देव अस्पताल की वार्ड नंबर 7 में आए और हमला कर दिया। अस्पताल में चली क्रिपानों को देख जहां दहशत की स्थिति पैदा हुई वहीं अस्पताल में दाखिल मरीज भी सहम गए। इस दौरान अस्पताल में भगदड़ मच गई। मरीज तथा उनके परिजन अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते रहे। होस्टल के मैडीकल सुपरिटैंडैंट ने मामले को गर्माता देखकर तुरंत पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाया। इस दौरान खिड़कियों के शीशे टूट गए तथा वार्ड में बैडों को भी नुक्सान पहुंचा। हमले के दौरान बैड के आसपास सहित गई जगह खून ही खून हो गया।
उधर, अस्पताल के मैडीकल सुपरिटैंडैंट डाक्टर सुरेंद्र पाल ने बताया कि घटना के दौरान पुलिस को सूचना देकर अस्पताल के अनुशासन को भंग करने वाले पर सख्त कार्रवाई करने के लिए शिकायत की। डा. सुरेंद्र पाल ने बताया कि घटना के बाद एमरजैंसी के अंदर पूरी सख्ती कर दी गई है। एक मरीज के साथ एमरजैंसी में एक ही अटैंडैंट को आने की आज्ञा दी जा रही है। खबर लिखे जाने तक दोनों पक्ष अस्पताल में दाखिल थे।
क्या कहना है पुलिस का?
डी.सी.पी. अमरीक सिंह पवार का कहना है कि सत्कार कमेटी के मैंबरों विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।