Edited By Tania pathak,Updated: 13 Sep, 2020 03:55 PM
लॉकडाउन के कारण चौपट हो गया था जिसकी वजह से वो घर पर ही था। ऐसे में उसने घर पर...
चंडीगढ़: कोरोनावायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन का असर हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। इस संकट काल में कई लोगों के धंधे ठप हो गए है साकार को लाखों-करोड़ों का नुक्सान हो चुका है। इस समय हर कोई आर्थिक संकट से गुजरता नजर आ रहा है। रोजगार के हाथों से निकल जाने के कारण लोग परेशान हो रहे है। लेकिन फिर भी इस त्रासदी में भी कई लोग आपदा को अवसर बनाने का हुनर रखते है। ऐसा ही एक मामला चंडीगढ़ के जीरकपुर से सामने आया है जहां 40 वर्षीय बढ़ई धनीराम ने अपने हौसले और हुनर से लोगों को हैरान कर दिया। जी हां ! धनीराम ने घर में पड़ी लकड़ियो और प्लाइवुड की मदद से पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए एक साइकिल बना डाली, जिसकी चर्चा अब शहर ही नहीं विदेशों में भी हो रही है।
आत्मनिर्भर भारत: 25 किलोमीटर तक कर सकती है सफर
मिली जानकारी अनुसार धनीराम का काम भी लॉकडाउन के कारण चौपट हो गया था जिसकी वजह से वो घर पर ही था। ऐसे में उसने घर पर पड़े पुराने साइकिल के पुर्जों, लकड़ी और सके सामान से ही साइकिल बना दी। सबसे पहले उसने एक पेज पर इसका ब्लू प्रिंट तैयार किया और फिर कॉपी पर उकेरने के बाद साइकिल की हर छोटी बारीकी का विश्लेषण किया। उनकी बनाई ये साईकिल एक दिन में 25 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है।
अब तक वह कई साइकिलों को बेच चुके है और उनको हर दिन देश-विदेश से इसके आर्डर आ रहे है। धनीराम की इस विशेष साईकिल की इंटरनेट में पर चर्चा हो रही है लोग उसके हुनर को सलाम कर रहे है।