Edited By Vatika,Updated: 12 May, 2020 09:24 AM
दिलकुशा मार्कीट में रोजाना बड़ी तादाद में लोग आते है और भारी भीड़ देखने को मिलती है, जिनमें से अधिकतर लोगों द्वारा आपस में दूरी न बनाकर नियमों की उल्लंघना हो रही है।
जालंधर (पुनीत): दिलकुशा मार्कीट में रोजाना बड़ी तादाद में लोग आते है और भारी भीड़ देखने को मिलती है, जिनमें से अधिकतर लोगों द्वारा आपस में दूरी न बनाकर नियमों की उल्लंघना हो रही है। प्रशासन द्वारा की जा रही सख्ती के बावजूद मार्कीट में जो हालात बेकाबू हो रहे है, वह सुधरने का नाम नहीं ले रहे जोकि पंजाब लिए खतरे की घंटी साबित हो सकते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि मार्कीट में केवल जालंधर जिले से संबंधित ही नहीं राज्य के कई शहरों के लोग आते हैं। इन बेकाबू हालातों को यदि तुरंत प्रभाव से कंट्रोल नहीं किया गया तो कोरोना के इन बढ़ते मामलों में कई बड़ी घटना हो सकती है जोकि हम सभी के हानिकारक सिद्ध होगी। मार्कीट में होने वाले नियमों के उल्लघन को लेकर रोजाना समाचार प्रकाशित हो रहे है लेकिन इसके बावजूद जो कदम उठाए गए है वह नाकाफी साबित हो रहे है, क्योंकि जालंधर पहले ही कोरोना की चपेट में आ चुका है और पंजाब में भी रोजाना मामले बढ़ रहे हैं।
बंट चुके हैं मार्कीट के अग्रणी सदस्य
मार्कीट के जो हालात बने हुए है वह इस तरह के बन चुके है कि अग्रणी सदस्य आपस में बंट चुके है। मार्कीट में नियमों की पालना करवाने के लिए पुलिस भले ही तैनात है लेकिन पुलिस लोगों को समझा सकती है और जब सख्ती करती है लोग राहत मांगते है। जानकार कहते है कि यदि मार्कीट के दुकानदार नियमों की पालना करवाने के प्रति वचनबंद्ध हो तो हालात सुधर सकते है। इसके लिए मार्कीट के सदस्यों को एकजूट होना होगा।
बंद गेट को लेकर दोनों प्रधानों में नहीं हो सका समझौता
फ्रैंड्स सीनेमा के सामने बंद करवाए गए गेट को लेकर मार्कीट के मौजूदा प्रधान रिशु वर्मा व पूर्व प्रधान गोपाल कृष्ण मंगली के बीच बड़ा विवाद शुरू हो चुका है। इस विवाद में रिशु वर्मा द्वारा मंगली व उनके बेटे पर पर्चा तक करवा दिया गया। इसके बाद मार्कीट के दुकानदारों द्वारा समझौते के प्रयास किए गए जा रहे है जबकि मंगली व उसके बेटे की जमानत भी हो चुकी है। शनिवार को दोनों पक्षों में समझौते को लेकर मार्कीट के दुकानदारों ने शुरूआत की थी लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते रविवार को यह बात आगे नहीं बढ़ पाई। उम्मीद थी की सोमवार को मामला सुलझ सकता है लेकिन दोनों प्रधानों में अभी समझौता नहीं हो पाया।