Edited By swetha,Updated: 01 May, 2019 12:08 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा के समय देश को विश्वास दिलवाया था कि यह कदम न सिर्फ काले धन पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है बल्कि नकदी के प्रवाह को रोककर डिजीटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए उठाया है।
चंडीगढ़ (शर्मा): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा के समय देश को विश्वास दिलवाया था कि यह कदम न सिर्फ काले धन पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है बल्कि नकदी के प्रवाह को रोककर डिजीटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए उठाया है। लोकसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करते समय चुनाव आयोग को अपनी संपत्ति के संबंध में दिए शपथ पत्रों में यह खुलासा हुआ है कि राज्य के नेताओं ने डिजीटल इंडिया को ठेंगा दिखाया है।
इन नेताओं ने अपने पास व अपने परिजनों के पास लाखों रुपए नकदी के रूप में रखे हैं। भाजपा में अभी हाल ही में शामिल हुए व गुरदासपुर से उम्मीदवार अजयसिंह धर्मेंद्र दयोल उर्फ सन्नी दयोल व उनकी पत्नी के पास पंजाब के उम्मीदवारों में सर्वाधिक 42 लाख की नकदी है जबकि आम आदमी पार्टी से अलग होकर पटियाला से अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ रहे डा. धर्मवीर गांधी व उनकी पत्नी के पास 15,14,000 की नकदी है। इसी प्रकार पंजाब विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर व अकाली दल टकसाली के श्री आनंदपुर साहिब से चुनाव लड़ रहे बीरदविंद्र व उनकी पत्नी के पास 7 लाख की नकदी है।