Edited By Urmila,Updated: 25 Mar, 2024 06:55 PM
ढींढसा ने कहा कि इसे देर से लिया गया सही फैसला कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।
लुधियाना : शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि पिछले दिनों चंडीगढ़ में हुई शिरोमणि कमेटी की कोर कमेटी की बैठक में भाजपा के साथ भविष्य में गठबंधन की चर्चा पर विराम लगाकर सिद्धांतों पर चलते बंदी सिंहों का मुद्दा, किसानों का संघर्ष और अमृतपाल के मुद्दे के अलावा शिरोमणि अकाली के साथ धार्मिक मुद्दों में अनावश्यक हस्तक्षेप खत्म कर किसी तरह के गठबंधन की बात कही, उस पर अकाली दल अपने पिछले निर्णयों पर चलते एक बार साहसिक निर्णय लेने में सफल रहे हैं जिसके चलते अकाली दल के लिए अच्छे परिणाम होंगे।
ढींढसा ने कहा कि इसे देर से लिया गया सही फैसला कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पार्टियों से ऊपर सिद्धांत होते हैं, जो पार्टियां राज्य की मांगों और सिद्धांतों की अनदेखी करती हैं, वे अपने और पार्टियों के लिए घातक होती हैं।
ढींडसा ने कहा कि अकाली दल लंबे समय से पंजाब की मांगों को लेकर मांग कर रहा है और जो अकाली दल के अपनी मांगें रखी थी, उस पर बीजेपी सोचे क्योंकि शिरोमणि अकाली दल एक क्षेत्रीय पार्टी है, वह अपने समुदाय के साथ खड़ी है और रहेगी।
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