Edited By swetha,Updated: 30 Mar, 2020 09:57 AM
बलदेव सिंह के संपर्क में आने वाले 60 वर्षीय वर्षीय की मौत
श्री माछीवाड़ा साहिबः माछीवाड़ा के गांव चक्की में खांसी-जुकाम से पीड़ित एक व्यक्ति की मौत के बाद कोई भी उसके शव को हाथ लगाने को तैयार नहीं है। लोगों को शक है कि उसकी मौत कोरोना वायरस के कारण हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के भरोसे के बाद कि युवक में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं,तब कहीं जाकर 8 घंटे बाद परिवार ने उसका अंतिम संस्कार किया।
परिवार के अनुसार जगदीश कुमार (45) आनंदपुर साहिब में होला महल्ला में गया था। वह 11 मार्च को वहां से लौटा था। पिछले करीब पांच-छह दिन से उसे खांसी, जुकाम और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वह एक डॉक्टर से दवा लेता रहा। वह पारिवारिक सदस्यों से अलग घर में रहता था। सुबह करीब आठ बजे परिवार के लोग उसे देखने गए तो उसकी मौत हो चुकी थीं। वहीं कोरोना के डर से स्वास्थ्य विभाग ने मृतक के पारिवारिक सदस्यों पत्नी, बच्चों और भाई को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया है। यदि उनमें कोरोना के संदिग्ध लक्षण पाए गए तो उनके सैंपल लिए जाएंगे।
बलदेव सिंह के संपर्क में आने वाले 60 वर्षीय वर्षीय की मौत
बता दें, कुछ दिन पूर्व नवांशहर में विदेश से लौटे एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। इसके के बाद गांव के कई लोग उसके अंतिम संस्कार में शामिल हुए। बाद में जांच में पता चला कि बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव था था। इसके बाद गांव को सील कर दिया गया था। बुजुर्ग के संपर्क में आने वाले कई लोग बाद में इस वायरस से पीड़ित पाए गए। बुजुर्ग होला मोहल्ला में भी गया था। इसी डर से लोग माछीवाड़ा के गांव चक्की में मरे व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए सहमे नजर आए। गत दिवस होशियारपुर के मोरांवाली निवासी 60 वर्षीय बाबा हरभजन सिंह का रविवार को अमृतसर के गुरुनानक देव अस्पताल में मौत हो गई। वह पंजाब में सबसे पहले कोरोनावायरस के संक्रमण में मारे गए बलदेव सिंह के संपर्क में आया था।