Edited By Vatika,Updated: 12 Jun, 2018 03:20 PM
बुरे का अंत हमेशा बुरा ही होता है और सीरियल बेबी किलर दरबारा सिंह का जो अंत हुआ, उसने यह बात साबित कर दी है। 23 बच्चों के आरोपी दरबारा सिंह का संस्कार भी लावारिसों की तरह किया गया।
पटियाला (इंद्रजीत बख्शी): बुरे का अंत हमेशा बुरा ही होता है और सीरियल बेबी किलर दरबारा सिंह का जो अंत हुआ, उसने यह बात साबित कर दी है। 23 बच्चों के आरोपी दरबारा सिंह का संस्कार भी लावारिसों की तरह किया गया।
मौत के बाद इस राक्षस को उसके परिजन के हाथों से अंतिम विदार्इ भी नसीब नहीं हुर्इ। केंद्रीय जेल में फांसी और 30 साल की कैद भुगत रहे दरबारा सिंह की 6 जून को मौत हो गई थी। इस दौरान जब जेल प्रशासन की तरफ से दरबारा सिंह के परिवार के साथ संपर्क किया गया तो उसकी पत्नी और बेटियों ने यह कहते हुए शव लेने से इंकार कर दिया कि वह इस दरिंदे को अग्नि भेंट नहीं करेंगे। जिसके बाद अदालत के आदेशों पर जेल आधिकारियों की देखरेख में सोमवार शाम 6 बजे दरबारा सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बता दें कि बेबी किल्लर दरबारा सिंह अमृतसर के गांव जल्लापुर का रहने वाला था और सेना में भी रह चुका था। जालंधर -कपूरथला के इलाके में उसने करीब 23 बच्चों की जबरन-बलात्कार के बाद बेरहमी से हत्या कर दी थी।