Edited By Kamini,Updated: 12 Dec, 2024 06:26 PM
भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण पंजाब में रात के तापमान में गिरावट जारी है और ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
पंजाब डेस्क : भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण पंजाब में रात के तापमान में गिरावट जारी है और ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी को देखते हुए मौसम विभाग ने पंजाब के 11 जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया है, जिसमें फरीदकोट जिला भी शामिल है। पिछले 2 दिनों में फरीदकोट का रात का तापमान क्रमश: न्यूनतम 1.5 और 2.0 दर्ज किया गया है। इस मौसम में बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। यह जानकारी सिविल सर्जन फरीदकोट डॉ. चन्द्रशेखर कक्कड़ द्वारा दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
इस मौके पर सिविल सर्जन फरीदकोट डॉ. चन्द्रशेखर कक्कड़ अपील की कि शीतलहर से सबसे ज्यादा बुजुर्ग और छोटे बच्चे प्रभावित होते हैं। ठंड के कारण उन्हें कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए, बुजुर्गों और हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को सुबह और देर शाम को अधिक ठंड और कोहरा होने पर पैदल चलने या घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए और शीतलहर को देखते हुए दोपहिया वाहनों का उपयोग कम करना चाहिए।
इस मौसम में छोटे बच्चों को निमोनिया होने का खतरा अधिक होता है और ठंड के कारण छोटे बच्चों को उल्टी, दस्त की समस्या भी हो सकती है। इसलिए बच्चों की देखभाल पर विशेष ध्यान देते हुए छोटे बच्चों को ठंड से बचाने के लिए शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले गर्म कपड़े पहनाएं, साथ ही सिर पर टोपी और पैरों में मोजे पहनाएं। सर्दी के मौसम में घर के किसी बंद कमरे में कभी भी अंगीठी जलाकर आग नहीं जलानी चाहिए, क्योंकि आग जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस पैदा होती है और जिसके कारण बंद कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिला अंतर्गत अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को सर्दी से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्था करने को कहा है।
जिला मास मीडिया अधिकारी कुलवंत सिंह ने कहा कि ठंड के मौसम में भी गर्म चीजों जैसे सूप, चाय, कॉफी, संतुलित भोजन का सेवन करना चाहिए। इस मौसम में गर्म कपड़े दो या तीन परतों में पहनने चाहिए ताकि शरीर का तापमान सामान्य बना रहे। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए समय-समय पर गुनगुना या आवश्यकतानुसार गुनगुना पानी पिएं, संतुलित आहार लें। उन्होंने कहा कि ठंड आमतौर पर फ्लू का कारण बनती है। ठंड में कंपकंपी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि ऐसा कोई भी लक्षण दिखे तो नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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