Edited By Vatika,Updated: 03 Jan, 2025 09:20 AM
पिछले कई दिनों से लगातार तापमान नीचे की ओर जा रहा है,
चंडीगढ़: पिछले कई दिनों से लगातार तापमान नीचे की ओर जा रहा है, साथ ही कोहरा छाने और धूप न निकलने की वजह से ठंड का एहसास ज्यादा हो रहा है। ठंड बढ़ने के साथ ही फिजिकल एक्टिविटी कम ही जाती है। ऐसे में ठंड हाइपोथर्मिया और हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ा सकती है, जिस वजह से जान भी जा सकती है। ठंड में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं, खास कर उन मरीजों को जिन्हें पहले कोई बीमारी डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी बीमारी है।
डॉक्टरों की मानें तो इन लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। पी. जी. आई. एडवांस कार्डियक सैंटर के प्रोफैसर डॉ. विजय वर्गीय की मानें तो सर्दी का मौसम आते ही डेली रूटीन में बदलाव अपने आप आ जाता है। फिजिकल एक्टिविटी और बाहर जाना कम हो जाता है। ऐसे में वजन बढ़ना, वायु प्रदूषण, इनडोर धूम्रपान आदि जो हार्ट पर इफैक्ट डालते हैं होता है। हाई ब्लड प्रैशर सर्दी के मौसम का एक बड़ा असर है। बेहद कम तापमान के संपर्क में आने से शरीर में कई अंदरूनी बदलाव हो जाते हैं। जैसे आर्टरी में सिकुड़न, एड्रेनालाईन स्त्राव में इजाफा, प्लेटलेट एकत्रीकरण, थक्के बनने लगते हैं। कोरोनरी हार्ट डिसीज के कारण एनजाइना या सीने में होने वाला दर्द भी बढ़ सकता है, खास तौर पर तब जब कोरोनरी आर्टरीज ठंड में सिकुड़ जाती हैं। इस मौसम में दिल शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करता है। सर्दियों की हवा यानी कोल्ड वेव इस काम को और ज्यादा मुश्किल बना सकती है। जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। ऐसे में खुद को हैल्दी बनाए रखने के लिए सुबह जल्दी या देर शाम के वक्त के बजाय दिन के वक्त रोजाना टहलें या व्यायाम करें।
बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत
डॉ. वर्गीय के मुताबिक बुजुगों को ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है। सही गर्म कपड़े, दिन के वक्त फिजिकल एक्टिविटी जारी रखें, कैलोरी सेवन और वजन बढ़ने पर कड़ी नजर रखें, रोजाना ब्लड प्रैशर और वजन की निगरानी करें, अपने डॉक्टर की सलाह के मुताबिक अपनी हार्ट और ब्लड प्रैशर की दवाएं जारी रखें। ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल जैसे कुछ ब्लड टेस्ट को यह देखने के लिए किया जा सकता हैकि उनमे किसी तह का कोई बदलाव तो नहीं आ रहा।
ऐसे करें ठंड में बचाव
■ गर्म कपडे, पहने, खास कर स्वेटर, टोपी, दस्ताने और मोजे।
■ शराब के ज्यादा सेवन से बचें, इसका सेवन करने बाद महसूस होने वाली गर्मी, ठंड में बाहर निकलने पर नुकसानदायक साबित हो सकती है।
■ अगर किसी तरह की आपको दिल की बीमारी के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें।
■ जरूरी न हो घर से न निकले।
हार्ट अटैक के लक्षण
डॉक्टर्स की मानें तो हार्ट अटैक के लक्ष्यों को बिलकुल को अनदेखा न करें। वक्त रहते अगर डॉक्टर से संपर्क किया जाए तो हार्ट अटैक के खतरे को रोका जा सकता है।
सीने में जकड़न और बेचैनी, सांसों का तेजी से चलना, चक्कर के साथ पसीना आना, नब्ज कमजोर पड़ना और बेचैनी होने जैसी हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षणों को पहचाने।