Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 May, 2018 11:54 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य की नई बनाई गई औद्योगिक नीति को लेकर उद्यमियों से विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
जालन्धर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य की नई बनाई गई औद्योगिक नीति को लेकर उद्यमियों से विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों के एक समूह को अपने मुख्यमंत्री निवास पर आमंत्रित किया, जिसमें नई औद्योगिक नीति को लेकर उनसे फीडबैक लिया गया।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ाने तथा नौजवानों के लिए नई नौकरियां पैदा करने के प्रति वचनबद्ध है। उद्योगपतियों से बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि पंजाब को आॢथक समृद्धि के मार्ग पर ले जाने के लिए उद्योगों को बढ़ावा देना जरूरी है तथा औद्योगिक उन्नति के बिना नई नौकरियों के अवसर पैदा नहीं हो सकते हैं। सरकार अपनी तरफ से औद्योगिक विकास को लेकर कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। पिछले कुछ समय के दौरान अनेकों बड़े औद्योगिक ग्रुपों ने पंजाब में पूंजी निवेश करने के प्रति कदम बढ़ाए हैं।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या है। पिछले 10 वर्षों में बेरोजगारी को दूर करने की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देकर सरकार नौजवानों के लिए नौकरियों के नए अवसर पैदा करेगी। सरकार ने अपनी नई औद्योगिक नीति को लागू कर दिया है तथा मौजूदा व नए उद्योगों को सरकार एक समान अवसर पर सुविधाएं प्रदान करेगी। पिछले 10 वर्षों के दौरान पंजाब औद्योगिक विकास की पटरी से उतर गया था और अब पंजाब को औद्योगिक विकास की पटरी पर दोबारा खड़ा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में वह उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श जारी रखेंगे तथा उनके सुझावों का सरकार स्वागत करेगी।