Edited By Vatika,Updated: 30 Nov, 2018 11:31 AM
सरकारी स्कूलों में 11वीं व 12वीं कक्षा में पढऩे वाली छात्राओं को माई भागो स्कीम के तहत बादल सरकार द्वारा जो साइकिल बांटे जाते थे, उस स्कीम को अब कैप्टन सरकार आने के बाद पूरी तरह ब्रेक लग गई है।
जालंधर (सुमित): सरकारी स्कूलों में 11वीं व 12वीं कक्षा में पढऩे वाली छात्राओं को माई भागो स्कीम के तहत बादल सरकार द्वारा जो साइकिल बांटे जाते थे, उस स्कीम को अब कैप्टन सरकार आने के बाद पूरी तरह ब्रेक लग गई है।
जब से कांग्रेस सरकार बनी है तब से एक बार भी स्कूली छात्राओं को माई भागो स्कीम के तहत दिए जाने वाले साइकिल नहीं दिए गए हैं और पंजाब की लाखों छात्राएं आज भी सरकारी साइकिलों का इंतजार कर रही हैं। अगर बादल सरकार की बात करें तो माई भागो स्कीम को शुरू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य था कि जो लड़कियां दूसरे गांव या घर से दूर पढ़ाई के लिए जाती हैं सबको साइकिल से आने-जाने में आसानी रहे।
सरकार का यह उद्देश्य किसी हद तक कामयाब होता भी दिख रहा था और छात्राएं स्कूल आने-जाने के लिए इन साइकिलों का इस्तेमाल भी करती थीं। अब कांग्रेस सरकार आने के बाद 11वीं कक्षाओं में पढऩे वाली छात्राओं को साइकिलों का इंतजार था परंतु सरकार द्वारा साइकिलें दिए जाने के लिए कोई प्रोसैस शुरू ही नहीं किया गया। कई छात्राएं तो 11वीं कक्षा पास करके 12वीं में पहुंच गईं और अभी भी उन्हें साइकिल नहीं मिल पाए। वहीं छात्राओं के माता-पिता ने भी उन्हें इस मास में साइकिल नहीं लेकर दिए कि सरकार द्वारा दिए जाने हैं, ऐसे में दूर से आने वाली छात्राओं को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में पैसे खर्च करके आना पड़ता है। वहीं, आधिकारिक तौर पर तो नहीं परंतु आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि यह स्कीम सरकार द्वारा बंद ही कर दी गई है।