Edited By swetha,Updated: 29 Apr, 2019 11:11 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पूर्व सांसद जगमीत सिंह बराड़ को सियासी झटका देते हुए आज शिरोमणि अकाली दल में शामिल हुए व उनके सबसे विश्वासपात्र पूर्व विधायक विजय कुमार साथी को कांग्रेस में पुन: शामिल कर लिया।
जालन्धर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पूर्व सांसद जगमीत सिंह बराड़ को सियासी झटका देते हुए आज शिरोमणि अकाली दल में शामिल हुए व उनके सबसे विश्वासपात्र पूर्व विधायक विजय कुमार साथी को कांग्रेस में पुन: शामिल कर लिया। विजय साथी पिछले 25-30 वर्षों से जगमीत बराड़ के साथ जुड़े हुए थे। बराड़ ने जब-जब कांग्रेस को छोड़ा तब-तब विजय साथी उनके साथ ही चले गए परन्तु आज एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में मुख्यमंत्री ने विजय साथी को दोशाला पहनाकर कांग्रेस में शामिल कर लिया। इस अवसर पर उनके साथ पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिन्द्रा भी थे।
विजय साथी ने 2013 में मोगा उप चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था तथा उसके बाद जनवरी 2015 में जगमीत बराड़ के साथ कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने विजय साथी की कांग्रेस में वापसी करवाते हुए कहा कि कांग्रेस को साथी के अनुभव से फायदा होगा। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले जगमीत बराड़ तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर अकाली दल में चले गए थे, परन्तु विजय साथी उनके साथ नहीं गए थे।
भगवंत मान हताशा में कांग्रेस के विरुद्ध कर रहे बयानबाजी : कैप्टन
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब के अध्यक्ष भगवंत मान हताशा की स्थिति में आकर कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने भगवंत मान द्वारा कांग्रेस पर उसके विधायकों को करोड़ों रुपए देने के लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस को पंजाब में और विधायकों की जरूरत नहीं है। कांग्रेस के पास तो पहले ही विधानसभा में स्पष्ट बहुमत प्राप्त है।
ऐसी स्थिति में कांग्रेस अन्य पाॢटयों के विधायकों को पैसे देकर कांग्रेस में क्यों शामिल करेगी? मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में भगवंत मान अंदर से बौखला चुके हैं, क्योंकि एक तो आम आदमी पार्टी पंजाब में बुरी तरह से विभाजित हो चुकी है तथा दूसरा भगवंत मान को जनता से कोई समर्थन नहीं मिल रहा।