Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Nov, 2017 03:23 PM
बीती रात से रुक-रुक कर हुई बूंदाबांदी ने मौसम का मिजाज अचानक बदल कर रख दिया है, जिससे ठंड पहले की अपेक्षा और भी ज्यादा बढ़ गई है।
पटियाला/रखड़ा (राणा) : बीती रात से रुक-रुक कर हुई बूंदाबांदी ने मौसम का मिजाज अचानक बदल कर रख दिया है, जिससे ठंड पहले की अपेक्षा और भी ज्यादा बढ़ गई है।
वहीं स्मॉग से परेशान शहर वासियों को बड़ी राहत मिली है। एक सप्ताह आसमान में छाए स्मॉग के कारण जहां अनेक बीमारियां जन्म ले रही थीं, वहीं लोगों को आने-जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। स्मॉग के कारण शैक्षिक संस्थानों और सरकारी विभागों की समय सारिणी को भी बदलना पड़ा, जिससे कोई भी असुखद घटना न घट सके।
गेहूं की फसल के लिए शुरूआती ठंड होती है लाभदायक
जैसे ही धान की फसल की कटाई होती है तो उसके तुरंत बाद गेहूं की बिजाई का काम युद्ध स्तर पर किया जाता है परंतु किसानों का मानना है कि यदि गेहूं बीजने के बाद ठंड का मौसम शुरू होता है तो वह गेहूं की फसल की पैदावार के लिए लाभदायक साबित होता है क्योंकि गेहूं की फसल ज्यादातर ठंड के मौसम में ही पैदा की जाती है।