Edited By Vatika,Updated: 31 Oct, 2019 09:31 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर के खुलने से हमें अतीत को भुला कर भविष्य की तरफ आगे बढऩा होगा
जालन्धर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर के खुलने से हमें अतीत को भुला कर भविष्य की तरफ आगे बढऩा होगा। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि वह बचपन से ही करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के साथ धार्मिक तौर पर जुड़े हुए हैं।
यह गुरुद्वारा उनके गृह शहर पटियाला से 235 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां पर श्री गुरु नानक देव जी 22 सितम्बर 1539 को ज्योति ज्योत समाए थे। गुरुद्वारे की मौजूदा बिल्डिंग 1925 में 1,35,600 रुपए की लागत से तैयार की गई थी। यह राशि पटियाला के तत्कालीन शासक तथा उनके दादा महाराजा भूपिन्द्र सिंह ने दी थी क्योंकि उस समय गुरुद्वारे की ङ्क्षबल्डिग बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुई थी। कैप्टन ने कहा कि वह केंद्र सरकार के साथ व्यक्तिगत तौर पर संबंध बनाकर कॉरीडोर के कार्य को पूरा करवाने में सफल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि शांति के कॉरीडोर में आतंक व हिंसा का कोई स्थान नहीं है। श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर शांति के लिए एक ऐतिहासिक चिन्ह बनेगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन व हाईवे मंत्रालय द्वारा भारत-पाक सीमा-डेरा बाबा नानक-अमृतसर-तरनतारन साहिब, गोइंदवाल साहिब-कपूरथला-सुल्तानपुर लोधी नैशनल हाईवे को श्री गुरु नानक देव जी मार्ग रखने से कॉरीडोर की महत्ता और बढ़ गई है।