Edited By Anjna,Updated: 13 Apr, 2018 07:26 AM
विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने कर्जमाफी के केस में एक किसान से पिता का नाम सही करने के एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एक पटवारी को रंगे हाथों काबू कर लिया। एस.एस.पी. विजीलैंस ब्यूरो जगजीत सिंह ने बताया कि किसान दर्शन सिंह पुत्र नछत्तर सिंह...
बठिंडा (परमिंद्र): विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने कर्जमाफी के केस में एक किसान से पिता का नाम सही करने के एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एक पटवारी को रंगे हाथों काबू कर लिया। एस.एस.पी. विजीलैंस ब्यूरो जगजीत सिंह ने बताया कि किसान दर्शन सिंह पुत्र नछत्तर सिंह निवासी पक्का कलां के पास 12 कनाल 19 मरले व उसके बेटे पिंदर सिंह के नाम पर 7 कनाल जमीन है। उसका नाम कर्जमाफी की सूची में आ गया था। उसके इस केस की वैरीफिकेशन हलका पटवारी पक्का कलां यादविंद्र सिंह ने करनी थी।
पटवारी ने दर्शन सिंह को बताया कि सूची में उसके पिता का नाम गलत लिखा गया है व उसे दुरुस्त करवाने के लिए उसे 10 हजार रुपए देने होंगे। दर्शन सिंह ने पैसे देने से इंकार कर दिया तो पटवारी ने गलत नाम वाली सूची ही तस्दीक करके भेज दी। इसका पता चलने पर दर्शन सिंह फिर पटवारी से मिला व 10 हजार रुपए देने की हामी भर दी। इसी दौरान उसने इसकी सूचना विजीलैंस ब्यूरो को दे दी। शिकायत के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो के डी.एस.पी. मनजीत सिंह ने सरकारी गवाहों की उपस्थिति में पटवारी यादविंद्र सिंह को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पुलिस अगली कार्रवाई कर रही है।