उद्धमियों की समस्याओं को प्रदेश व् केंद्र स्तर पर हल करवाना भाजपा की प्राथमिकता : अश्वनी शर्मा

Edited By Tania pathak,Updated: 08 May, 2020 06:33 PM

bjp priority is to solve the problems of entrepreneurs

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कोरोना वायरस के कारण पंजाब में पिछले 47 दिनों से लगे लॉक-डाउन के चलते सभी उद्धयोग-धंधे प्रभावित होने से राज्य की चरमराई अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये राज्य के सभी जिलों के...

पठानकोट:  प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कोरोना वायरस के कारण पंजाब में पिछले 47 दिनों से लगे लॉक-डाउन के चलते सभी उद्धयोग-धंधे प्रभावित होने से राज्य की चरमराई अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये राज्य के सभी जिलों के लघु, मध्यम, कुटीर उद्धयोग व सूक्ष्म उद्धयोग के संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उद्धमियों को पेश आने वाली समस्याओ व उनके समुचिक निदान के बारे में विस्तृत चर्चा की I इस बैठक में 71 उद्यमियों ने भाग लिया, जिसमें राज्य के सभी जिलों से 65 उद्धमियों ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराते हुए शर्मा को अपनी समस्याओ से अवगत करवाया I सभी ने वर्तमान के इस कठिन दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्वव्यापी कोरोना महामारी से देश की जनता को बचाने के लिए उठाये गए सटीक क़दमों की सभी ने सराहना करते हुए कहा कि सबसे ज्यादा बड़ी इंडस्ट्री के साथ-साथ लघु तथा कुटीर उद्धयोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं I

      उद्धमियों ने संयुक्त रूप में कहाकि इस संकट की घड़ी में राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के सभी छोटे-बड़े उद्धयोगों, व्यापारियों, आम जनता तथा श्रमिक वर्ग को डुबोने में कोई कसर नहीं छोड़ी है I वर्तमान में पंजाब से हजारों प्रवासी मजदूर प्रदेश सरकार द्वारा उकसाये जाने के चलते अपने-अपने घरों को पलायन करने के लिए मजबूर हैं, जिसका मुख्य कारण कांग्रेस सरकार द्वारा वर्तमान स्थिति में उनकी सुध न लिया जाना है I उन्होंने कहाकि कोरोना के चलते पंजाब से 25 लाख प्रवासी श्रमिकों में से 10.5 लाख प्रवासी श्रमिकों का भारी मात्रा में होने वाला पलायन आने वाले दिनों पंजाब के उद्धयोग को बर्बाद करने का संकेत है, और पंजाब से श्रमिकों के पलायन का भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर कुप्रभाव पड़ेगा । उन्होंने कहाकि अब दोबारा इंडस्ट्री को स्टैंड करने के लिए नए पैकेज की घोषणा की मांग भी की I उद्धमियों ने इंडस्ट्री के वर्किंग कैपिटल पर 25% बढ़ाने की मांग की I केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए राशन के दोषपूर्ण वितरण से भी प्रवासी पलायन में वृद्धि हुई है। इंडस्ट्री के टर्म लोन पर एक साल तक NPA की शर्तों में बदलाव कर पेमेंट तथा ब्याज की छूट देने की मांग की I

      कैप्टन सरकार सोची-समझी साजिश के तहत राजनीति कर पंजाब तथा यहाँ पर चल रही इंस्ट्री को बर्बाद करने के लिए इस हद तक गिर चुकी है, कि मुख्यमंत्री ने पंजाब से यु.पी.-बिहार के श्रमिकों की घर वापसी के लिए 400 रेलगाड़ियाँ 35 करोड़ रूपये देकर बुक करवा दी हैं I उद्धमियों ने अपने वर्कर्स को मार्च महीने में पूरा वेतन दिया और अप्रैल में भी उनका खर्च वहन किया है और अब कैप्टन सरकार के दिशा-निर्देशों पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 50% लेबर के साथ काम शुरू करने को तैयार हैं, लेकिन कैप्टन सरकार श्रमिकों को वापिस भेज रही है I उद्धमियों द्वारा इस संकट की घड़ी में लेबर को निरंतर काम देने के लिए 15-15 दिन के लिए दो हिस्सों में बाँट कर काम दिए जाने का सुझाव दिया गया और 25 दिन का वेतन देने की बात कही गई, जिसमें 5 दिन का वेतन उद्धमी द्वारा तथा 5 दिन का वेतन राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने की मांग रखी I उद्धमियों ने कहाकि पंजाब में बिजली दुसरे राज्यों से ज्यादा महंगी है और राज्य सरकार लॉक-डाउन की वजह से बंद पड़ी इंडस्ट्री को राहत देने की बजाय इंडस्ट्री मालिकों से अडवांस पेमेंट की मांग कर रही है, जबकि इंडस्ट्री वालों के करोड़ों रूपये सिक्योरिटी के रूप में बिजली विभाग के पास पड़े हैं, उसमें से बिजली के बिल अडजस्ट करे I उद्धमियों ने मांग की कि ट्रांसपोर्ट को शुरू किया जाए ताकि कच्चा माल तथा बना हुआ माल लाने-लेजाने के साथ-साथ अर्थ-व्यवस्था को सुचारू बनाया जा सके I

      अश्वनी शर्मा ने उद्धमियों की दरपेश आ रही समस्याओं को केंद्र की मोदी सरकार के साथ बात कर हल करवाने का आश्वासन दिया और कहाकि इस संकट की घड़ी में राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के सभी छोटे-बड़े उद्धयोगों, व्यापारियों, आम जनता तथा मजदूर वर्ग को डुबोने में कोई कसर नहीं छोड़ी है I शर्मा ने कहाकि वर्तमान में पंजाब से हजारों प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों को पलायन करने के लिए मजबूर हैं, जिसका मुख्य कारण कांग्रेस सरकार द्वारा वर्तमान स्थिति में उनकी सुध न लिया जाना है I शर्मा ने कहाकि इससे यह बात साफ़ हो गई हैं कि कांग्रेस सरकार ही यह नहीं चाहती कि पंजाब में कोई भी प्रवासी श्रमिक रहे I शर्मा ने कहाकि अगर कैप्टन ने अपनी सोच न बदली तो आने वाले दिनों में इंडस्ट्री यहाँ से पलायन करने को मजबूर होगी और पंजाब में बेरोजगारी चरम सीमा पर होगी I इस बैठक में भाजपा प्रदेश महामंत्री दिनेश कुमार, प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता, सुभाष शर्मा, मलविंदर सिंह कंग, उपाध्यक्ष राकेश राठौर, उमेश शारदा व रविंदर अरोड़ा भी भाग लिया I

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