Edited By Kamini,Updated: 02 Mar, 2024 07:07 PM
खनौरी बार्डर पर किसान आंदोलन के दौरान घायल प्रीतपाल को लेकर बड़े खुलासे सामने आए हैं।
पंजाब डेस्क : खनौरी बार्डर पर किसान आंदोलन के दौरान घायल प्रीतपाल को लेकर बड़े खुलासे सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ में गो यूनाइटेड सिख्स ने बताया कि प्रीतपाल को बोरी में बंद करके उससे मारपीट की गई, जिस कारण उसके चेहरे पर ही 5 फ्रैक्चर हो गए हैं। उसकी हालात इतनी खराब है कि वह पानी भी नहीं पी सकता।
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इस संबंधी यूनाइटेड सिख्स ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में बताया गया है कि हाईकोर्ट के जरिए प्रितपाल को रोहतक पीजीआई से चंडीगढ़ पीजीआई में वारंट अधिकारी के जरिए शिफ्ट करवाया गया है। इस मामले में 4 मार्च को सुनवाई होगी। यूनाइटेड वकील ने पूरी जानकारी फोटो सहित कोर्ट में दे दी है। जहां कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या है जलियांवाला बाग है। खनोरी बार्डर पर घायल अन्य किसानों को लेकर पूरी जानकारी इकट्ठी की जा ही है।
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इस दौरान वकील ने कहा कि किसानों पर उन हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिनका मिल्ट्री दुश्मनों पर करती है। यूनाइटेडल सिख्स के वकील ने कहा कि घायल प्रितपाल आंदोलन में लंगर की सेवा निभा रहा था और खुद पानी पीने के लिए भी योग्य नहीं है। जिक्रयोग्य है कि बीते दिन पंजाब हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने प्रितपाल की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। वहीं ये बात भी सामने आई कि रोहतक पी.जी.आई. में प्रीतपाल के इलाज में कोताही की जा रही थी जिसे हरियाणा सरकार द्वारा दबाने का प्रयास कर रही है। आपको बता दें प्रीतपाल (उम्र 26 साल) संगरूर जिले के नवां गांव का रहने वाला है और किसान आंदोलन दौरान खनौरी बार्डर पर घायल हो गया था।
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