Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jul, 2017 09:11 AM
भले समय की सरकारों ने खेती को लाभप्रद बनाने व किसानों की आर्थिक हालत को सुधारने के लिए तमाम योजनाएं चलाईं परंतु इसके बावजूद भी किसान परेशानियों में घिरे रहते हैं। बात गांव रहूडिय़ांवाली की है, जहां गांव के किसानों की सैंकड़ों एकड़ जमीन को सेम के पानी...
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): भले समय की सरकारों ने खेती को लाभप्रद बनाने व किसानों की आर्थिक हालत को सुधारने के लिए तमाम योजनाएं चलाईं परंतु इसके बावजूद भी किसान परेशानियों में घिरे रहते हैं। बात गांव रहूडिय़ांवाली की है, जहां गांव के किसानों की सैंकड़ों एकड़ जमीन को सेम के पानी ने बंजर बनाकर रख दिया है व इन जमीनों में फसलें न होने के कारण किसानों की आर्थिक हालत बुरी हो रही है परंतु राज्य सरकार ने अभी तक रहूडिय़ांवाली के पीड़ित किसानों की सुध नहीं ली।
उल्लेखनीय है कि उक्त गांव में जमीन का कुल रकबा 3113 एकड़ है। फसलें न होने के कारण 600 एकड़ के करीब जमीन सफैदा लगाने के लिए फैक्टरी वालों को दी हुई है व इस जमीन में अकेला सफैदा ही लगा है, जबकि 60-70 एकड़ के करीब जमीन खाली पड़ी है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ग्रुप के ब्लाक श्री मुक्तसर साहिब के महासचिव सुखराज सिंह रहूडिय़ांवाली, इकाई अध्यक्ष सुखदेव सिंह रहूडिय़ांवाली, किसान नेता मनमोहन सिंह व किरपाल सिंह आदि ने बताया कि गत 4-5 वर्षों से जब भी बारिश आती है तो पानी खेतों में भर जाता है व लंबा समय खेतों में ही भरा रहता है, जिस कारण यहां बीजी फसलें प्रत्येक वर्ष खराब हो जाती हैं।
पंजाब सरकार ने सिर्फ एक बार किसानों को थोड़ा-बहुत खराब हुई फसलों का मुआवजा दिया था। उल्लेखनीय है कि इन जमीनों में से पानी निकालने के लिए सरकार ने लाखों रुपए खर्च कर करीब एक वर्ष पहले पाइपें डाली थीं व इन पाइपों को चंद्रभान डे्रन तक ले जाया गया है परंतु यह प्रोजैक्ट अभी तक चालू नहीं किया गया क्योंकि पानी उठाने के लिए बिजली वाली मोटरें ही नहीं लगाई गईं। गांववासियों के अनुसार मेजर सिंह, काला सिंह, परमजीत सिंह, लालजीत सिंह, वकील सिंह व गुरदास सिंह आदि शामिल हैं। किसानों की सरकार व प्रशासन से मांग है कि उनकी इस समस्या का कोई हल निकाला जाए।