Edited By Vaneet,Updated: 20 Aug, 2019 08:55 PM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज सरबत सेहत बीमा योजना की शुरूआत की जिसके तहत ...
चंडीगढ़: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज सरबत सेहत बीमा योजना की शुरूआत की जिसके तहत 46 लाख परिवारों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने यहां बीमा योजना स्कीम की शुरुआत करते हुए मोहाली जिले के पहले 11 लाभपात्रियों को ई-कार्ड भी सौंपे। इस स्कीम से लाभपात्री प्रति परिवार हर साल पांच लाख रुपए तक का कैशलैस इलाज करवा सकेंगे। इससे लाभपात्रीयों का मुफ्त और बेहतर इलाज हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्कीम के जारी होने से राज्य की 76 प्रतिशत जनसंख्या सेहत बीमा के अंतर्गत कवर हो गई है और इतनी बड़ी संख्या को कवर करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है।
उन्होंने लोक कल्याण की इस महत्वपूर्ण स्कीम को राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर उन्हें समर्पित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार देश के सबसे नौजवान प्रधानमंत्री की सोच को आगे बढ़ाते हुए लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार की तरफ से कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का दायरा बढ़ाने का फैसला किया गया था जिससे 31 लाख और परिवारों को 5-5 लाख रुपए का प्रति साल बीमा कवर मिला। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 14.86 लाख परिवर कवर होते हैं जिसके प्रीमियम का खर्चा केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से 60:40 के अनुपात में उठाया जाना है। राज्य सरकार की तरफ से आज शुरू की गई स्कीम में नए शामिल किए गए 31 लाख लाभपात्रीयों के प्रीमियम का सारा खर्चा पंजाब सरकार उठाएगी।
कैप्टन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार की तरफ से कई महीने पहले 76 प्रतिशत जनसंख्या को सेहत बीमा के अंतर्गत कवर करने की योजना बनाई गई थी और यदि हम केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन अरोग्य योजना को हूबहू लागू करते तो राज्य की 12 प्रतिशत जनसंख्या ही कवर होनी थी। बाकी राज्यों में इस स्कीम के अंतर्गत अधिक से अधिक 30 प्रतिशत जनसंख्या को ही सेहत बीमा के अंतर्गत कवर किया गया। मुख्यमंत्री ने गांधी को याद करते हुए कहा कि उनकी प्रगतिशील सोच स्वरूप पंजाब में पेप्सी के रूप में पहला बहुराष्ट्रीय प्रोजैक्ट स्थापित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उस समय पंजाब में कृषि मंत्री था जब मैं इस प्लांट को स्थापित करने की योजना प्रधानमंत्री कार्यालय के पास लेकर गया। मुझे अब भी याद है कि कैसे मुझे आठवें दिन यह संदेश मिला कि प्रधानमंत्री ने यह प्रोजैक्ट मंजूर कर लिया है और वह मुझे मिलना चाहते हैं। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि यह कदम राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति लाएगा। उन्होंने बताया कि मरीज के पास ई-कार्ड होने की सूरत में भी वह किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में जाकर आरोग्य मित्र को मिल सकता है जहां उसका मौके पर ई-कार्ड बनाकर नगदी रहित अदायगी की सुविधा प्रदान की जाएगी।