Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 12:50 PM
शहर के मुख्य चौक में ऑल पंजाब आंगनबाड़ी यूनियन ने राज्य उपाध्यक्ष शिंदरपाल कौर के नेतृत्व में शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार का पुतला फूंका व जोरदार नारेबाजी की। इससे पहले इन आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों ने शिक्षा सचिव के नाम अपने खून से खत लिखा। इस खत में...
भगता भाई(प्रवीन/ढिल्लों): शहर के मुख्य चौक में ऑल पंजाब आंगनबाड़ी यूनियन ने राज्य उपाध्यक्ष शिंदरपाल कौर के नेतृत्व में शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार का पुतला फूं का व जोरदार नारेबाजी की। इससे पहले इन आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों ने शिक्षा सचिव के नाम अपने खून से खत लिखा। इस खत में उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा सचिव ने अपनी मनमानी करते हुए नादिरशाही फरमान जारी करते हुए 3 वर्ष के बच्चों को सरकारी प्राइमरी स्कूलों में दाखिल करना शुरू करवा दिया जबकि पूरे भारत के बाकी राज्यों में ये बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ रहे हैं।
इस मौके पर संबोधित करते हुए जसविंद्र कौर भगता ब्लाक अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि गत 42 वर्षों से आंगनबाड़ी वर्करों द्वारा इन बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आंगनबाड़ी वर्करों में 80 फीसदी से अधिक ग्रैजुएट हैं और इसके अलावा उन्होंने एम.ए., पी.जी.डी.सी.ए, पीएच.डी. व जहां तक कि कई वर्करों ने तो शिक्षा विभाग द्वारा लिया जाने वाला टीचिंग एलीजिबिल्टी टैस्ट भी क्लियर किया हुआ है।
उन्होंने शिक्षा सचिव पर आरोप लगाया कि वह जल्दबाजी से नर्सरी क्लासें शुरू कर सिर्फ सर्व शिक्षा अभियान के अधीन प्री-स्कूल किटें खरीदने के इच्छुक हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सारा कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों को बदनाम करके उनको बंद करने की साजिश तहत किया जा रहा है, जो कि सहन नहीं किया जाएगा।