Edited By Vatika,Updated: 25 Oct, 2018 02:51 PM
दहशरा पर्व के दिन जौड़ा फाटक रेल हादसे में कांग्रेस सरकार की तरफ से अब तक की गई कार्रवाई का विपक्षी दलों की तरफ से भारी विरोध किया जा रहा है। गुरुवार को नगर सुधार ट्रस्ट के दफ्तर में डिवीजनल कमिश्नर की तरफ से रखी गई रेल हादसों के पीड़ितों की सुनवाई...
अमृतसर (नीरज,गांधी) : दहशरा पर्व के दिन जौड़ा फाटक रेल हादसे में कांग्रेस सरकार की तरफ से अब तक की गई कार्रवाई का विपक्षी दलों की तरफ से भारी विरोध किया जा रहा है। गुरुवार को नगर सुधार ट्रस्ट के दफ्तर में डिवीजनल कमिश्नर की तरफ से रखी गई रेल हादसों के पीड़ितों की सुनवाई के दौरान अकाली-भाजपा गठबंधन के नेताओं ने डिवीजनल कमिश्नर से मिलने का प्रयास किया, लेकिन उनको प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से मिलने नहीं दिया गया और पुलिस के साथ भी अकाली-भाजपा नेताओं की धक्का-मुक्की हुई।
डिवीजनल कमिश्नर के दफ्तर को अन्दर से बंद कर दिया गया, जिसके बाद अकाली-भाजपा नेताओं ने जनरल डॉयर मुर्दाबाद व इंसाफ 2 के नारे भी लगाए।जानकारी के अनुसार डिवीजनल कमिश्नर बी. पुरुषार्थ रेल हादसों के पीड़ित लोगों की सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान सांसद श्वेत मलिक, भाजपा नेता तरुण चुघ, मजीठा से अकाली विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया, शिअद जिला प्रधान गुरप्रताप सिंह टिक्का, भाजपा शहरी प्रधान राजेश हनी व अन्य नेता डिवीजनल कमिश्नर के दफ्तर के बाहर आ गए और उनसे मिलने का प्रयास किया लेकिन मिलना तो दूर अकाली भाजपा नेताओं को डिवीजनल कमिश्नर के दफ्तर के अन्दर तक नहीं जाने दिया गया।
अकाली-भाजपा नेता सरकार से मांग कर रहे हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू व उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया जाए और पर्चा दर्ज किया जाए। इससे पहले अकाली-भाजपा नेताओं ने पुलिस थाना मुहकमपुरा में भी पुलिस को लिखित शिकायत करते हुए सिद्धू दंपति के खिलाफ पर्चा दर्ज करने की लिखित शिकायत की थी लेकिन उनकी एक नहीं चली। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद श्वेत मलिक व अकाली विधायक बिक्रमजीत सिंह मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार दमनकारी नीति पर उतर आई है, गरीबों को न्याय देने की बजाय सिद्धू दंपति को बचा रही है जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अकाली-भाजपा गठबंधन पीड़ितों को न्याय दिलाने तक संघर्ष करता रहेगा।