Edited By Mohit,Updated: 07 Apr, 2019 12:08 PM
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के अलावा आम आदमी पार्टी ने अमृतसर सीट के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है, जिसके साथ भाजपा की ओर से इस सीट के लिए टिकट के दावेदार नेताओं के मध्य युद्ध छिड़ गया है।
अमृतसर (कमल): लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के अलावा आम आदमी पार्टी ने अमृतसर सीट के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है, जिसके साथ भाजपा की ओर से इस सीट के लिए टिकट के दावेदार नेताओं के मध्य युद्ध छिड़ गया है। बेशक भाजपा हाईकमान की ओर से अमृतसर सीट से अपना पत्ता खोलना अभी बाकी है पर इस सीट के लिए टिकट पर हक जताने के लिए असर रसूख रखने वाले नेता अपनी-अपनी दावेदारी जता रहे हैं। भाजपा हाईकमान इस सीट की उम्मीदवारी किसकी झोली में डालती है, यह अभी तक एक पहेली बनी हुई है पर हो सकता है भाजपा भी अमृतसर से सिख चेहरे को चुनाव मैदान मे उतार दे।
भाजपा बैसाखी से पहले खोल सकती है अपने पत्ते
भाजपा अपने पत्ते बैसाखी से पहले खोल सकती है। यदि अमृतसर लोकसभा सीट के उम्मीदवार की बात की जाए तो कई नामवर व्यक्तियों के अलावा सैलिब्रेटी व बाहरी उम्मीदवारों का नाम उभर कर सामने आया है। यदि इस समय की स्थिति को देखा जाए तो वरिष्ठ भाजपा नेता प्रमुख स्थानीय सिख नेता राजिन्द्र मोहन सिंह छीना का नाम अग्रणी कतार में है। साफ सुथरी छवि वाले कद्दावर नेता छीना बहुत सी शिक्षण व सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। वह प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली के नजदीकी माने जाते हैं।
वहीं छीना के अलावा पंजाब के पूर्व मंत्री अनिल जोशी, फिल्म अदाकार पूनम ढिल्लों, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी व 1984 के सिख विरोधी दंगों की पीड़ित बीबी जगदीश कौर के अलावा पिछले दिनों भाजपा में शामिल हुए ‘आप’ के पूर्व सांसद हरिन्द्र सिंह खालसा भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार पार्टी किसी स्थानीय चेहरे को चुनाव मैदान में उतारने की फिराक में है। 2017 में लोकसभा के उप-चुनाव के दौरान छीना ने भाजपा की ओर से चुनाव लड़ा, चाहे वह उस समय पंजाब में अकाली-भाजपा गठजोड़ सरकार के 10 साल की सरकार के खिलाफ लोगों के गुस्से का शिकार हुए। वहीं जोशी चाहे स्थानीय नेता हैं पर उनके पिछले 10 सालों में भाजपा की सांझेदार पार्टी शिअद से संबंध अच्छे नहीं रहे। जबकि छीना अकाली दल के नजदीकी माने जाते हैं व शहरी क्षेत्रों में भी अपना रुतबा रखते हैं।