Edited By Kalash,Updated: 12 Dec, 2024 02:52 PM
प्रदीप सैनी निवासी मैहताबपुर (होशियारपुर), गुरसेवक सिंह तथा उसकी पत्नी बलजीत कौर निवासी गांव शेरपुर तैयबां हाल ग्रीन एवेन्यू कालोनी धर्मकोट तथा सूबा सिंह निवासी फतेहगढ़ पंजतूर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मोगा : जिला होशियारपुर के अंतर्गत पड़ते गांव मैहताबपुर निवासी बलविन्द्र सिंह ने कुछ ट्रैवल एजेंटों पर कथित मिलीभगत करके उसके बेटे को अमरीका भेजने का झांसा देकर 45 लाख रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाया है। उक्त मामले में जांच के बाद थाना सिटी मोगा पुलिस द्वारा बलविन्द्र सिंह की शिकायत पर ट्रैवल एजेंट प्रदीप सैनी निवासी मैहताबपुर (होशियारपुर), गुरसेवक सिंह तथा उसकी पत्नी बलजीत कौर निवासी गांव शेरपुर तैयबां हाल ग्रीन एवेन्यू कालोनी धर्मकोट तथा सूबा सिंह निवासी फतेहगढ़ पंजतूर के खिलाफ धोखाधड़ी का अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले की जांच सहायक थानेदार गुरदीप सिंह द्वारा की जा रही है। इस संबंध में थाना सिटी मोगा के प्रभारी इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में बलविन्द्र सिंह ने कहा कि वह कथित आरोपी प्रदीप सैनी को हमारे गांव का होने के कारण जानता है और वह ट्रैवल एजेंट का काम करता है।
उसने मुझे कहा कि यदि तुम अपने बेटे को अमरीका भेजना चाहते हो, तो मैं अपने कुछ साथी ट्रैवल एजेंटों से बात करके उसे अमरीका भेज दूंगा, जिस पर 45 लाख रुपए खर्चा आएगा। इसके बाद उन्होंने हमें जनवरी 2024 में बात करने के बाद 4 फरवरी 2024 को मोगा के एक होटल में बुलाया और दूसरे कथित आरोपी ट्रैवल एजेंटों से जान-पहचान करवाई।
इसके बाद कथित ट्रैवल एजेंटों ने मिलीभगत करके मेरे बेटे को 2 फरवरी 2024 को दिल्ली से नेपाल भेज दिया और वहां उक्त ट्रैवल एजेंटों के गिरोह द्वारा उसे कई अन्य युवकों के साथ अगवा कर लिया और गैरकानूनी हिरासत में रखा और मेरे बेटे को पिस्तौल की नोक पर उन्होंने मेरे बेटे से 5 हजार रुपए भारतीय करंसी के अलावा 2400 अमरीकी डालर, मोबाइल फोन व बैग भी छीन लिया और यह कहने के लिए मजबूर किया कि वह अमरीका पहुंच गया है, जिस पर हमने अपने बेटे के कहने पर उन्हें सारे पैसे दे दिए।
उक्त गिरोह को नेपाल पुलिस द्वारा काबू करके बंधक बनाकर रखे सभी युवकों को रिहा करवाया गया। इस संबंध में मीडिया में खबरें भी वायरल हुई थी। मेरा बेटा बड़ी मुश्किल से 23 फरवरी 2024 को इंडिया वापस आ गया। इस पर हमने कथित आरोपियों से पैसे वापस मांगे, तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। इस तरह हमारे साथ कथित आरोपियों ने मिलीभगत करके 45 लाख तथा 2400 अमरीकी डालर की धोखाधड़ी की है। जिला पुलिस अधीक्षक के आदेशों पर उक्त मामले की जांच एंटी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट मोगा द्वारा की गई और उन्होंने जांच रिपोर्ट डी.एस.पी. स्पेशल क्राइम ब्रांच मोगा को भेज दी। जिस पर उक्त मामले में कथित आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, गिरफ्तारी बाकी है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here