Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 10:21 AM
नगर निगम की नई वार्डबंदी को सिरे से खारिज करते हुए अकाली दल ने सुनवाई न होने पर हाईकोर्ट जाने का ऐलान कर दिया है। 3 अक्तूबर को ऐतराज फाइल करने का अंतिम दिन है और अकाली दल अपने एतराज दर्ज करवाएगा। इसकी पुष्टि वार्डबंदी कमेटी के मैंबर और हलका सनौर के...
पटियाला(बलजिन्द्र): नगर निगम की नई वार्डबंदी को सिरे से खारिज करते हुए अकाली दल ने सुनवाई न होने पर हाईकोर्ट जाने का ऐलान कर दिया है। 3 अक्तूबर को ऐतराज फाइल करने का अंतिम दिन है और अकाली दल अपने एतराज दर्ज करवाएगा। इसकी पुष्टि वार्डबंदी कमेटी के मैंबर और हलका सनौर के विधायक हरिंद्र पाल सिंह चंदूमाजरा ने की।
उन्होंने कहा कि वार्डबंदी भौगोलिक तौर पर नहीं बल्कि राजनीतिक तौर पर की गई है। उनके कमेटी मैंबर होते कोई सुनवाई नहीं हुई, उनको सिर्फ जानकारी ही दी गई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को सभी पार्षदों से एतराज मंगवा कर नगर निगम में फाइल किए जाएंगे। वर्णनीय है कि शहर की नई वार्डबंदी हुई है, जिसमें 50 वार्डों से बढ़ाकर अब 60 वार्ड बना दिए गए हैं।
नगर निगम द्वारा वार्डों की सूची दफ्तर में लगा दी गई और मीडिया के जरिए आम सूचना देकर एतराजों का समय भी मांगा गया है। 3 अक्तूबर को ऐतराज दाखिल करने का अंतिम दिन है।भारतीय जनता पार्टी के हिस्से के 15 वार्डों में से 12 को महिलाओं के लिए रिजर्व कर दिया गया है जिनमें सीनियर डिप्टी मेयर जगदीश राय चौधरी और डिप्टी मेयर हरिंद्र कोहली का वार्ड भी शामिल है। भाजपा की तरफ से इस बात को लेकर लगातार मीटिंगें की जा रही हैं और अपने पार्षदों और वार्डों के नेताओं से आज देर शाम हुई मीटिंग में ऐतराज ले लिए गए हैं।
अकाली दल को क्या हैं मुख्य एतराज
हरिंद्र पाल सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि वार्डबंदी पूरी तरह से गलत की गई है। वार्डबंदी में भौगोलिक आधार न बनाकर राजनीतिक आधार बना लिए गए हैं। इसकेअलावा अकाली दल के बड़े नेताओं के वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व कर दिए गए हैं। इनमें मेयर अमरिंद्र सिंह बजाज, पूर्व मेयर अजीतपाल सिंह कोहली, यूथ अकाली दल मालवा जोन-2 के प्रधान हरपाल जुनेजा तथा पूर्व मेयर जसपाल प्रधान से लेकर तमाम बड़े नेताओं के वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व कर दिए गए हैं जबकि कांग्रेस के चहेतों के वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व नहीं किए गए। विधायक चंदूमाजरा ने कहा कि ऐसा करके कांग्रेस नगर निगम के हाऊस में अकाली दल के बड़े नेताओं की एंट्री बंद करने की साजिश रच रही है। अकाली दल इस साजिश के खिलाफ डट कर लड़ाई लड़ेगा।