Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Nov, 2017 10:29 AM
प्रैजीडैंट स्टैंडर्ड अवार्ड में शामिल होने पहुंचे एयर चीफ मार्शल वीरेन्द्र सिंह धनोआ ने समारोह के बाद एक प्रैस वार्ता का आयोजन किया।इस मौके पर उन्होंने कहा कि 223 स्क्वाड्रन और 117 हैलीकाप्टर यूनिट को प्रैजीडैंट स्टैंडर्ड अवार्ड मिलना एयर फोर्स के...
जालंधर (कमलेश): प्रैजीडैंट स्टैंडर्ड अवार्ड में शामिल होने पहुंचे एयर चीफ मार्शल वीरेन्द्र सिंह धनोआ ने समारोह के बाद एक प्रैस वार्ता का आयोजन किया।इस मौके पर उन्होंने कहा कि 223 स्क्वाड्रन और 117 हैलीकाप्टर यूनिट को प्रैजीडैंट स्टैंडर्ड अवार्ड मिलना एयर फोर्स के लिए फख््रा की बात है।
इस दौरान जब उनसे सेना में फाइटर पायलट्स की कमी होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बात को सिरे से नकारते हुए कहा कि एयरफोर्स के पास पर्याप्त फाइटर पायलट्स हैं और अभी भी कु छ बैच अंडर ट्रेनिंग हैं जिनके पास आऊट होने के बाद फाइटर पायलट्स की संख्या में और इजाफा होगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं में एयरफोर्स का क्रेज पैदा करने के लिए उनका स्टाफ समय-समय पर अभियान चलाता रहता है, ताकि युवाओं को मोटीवेट किया जा सके।
जब उनसे एयरफोर्स में स्क्वाड्रन की कमी के बारे में पूछा गया तो धनोआ ने कहा कि भारतीय वायु सेना के पास इस समय 32 स्क्वाड्रन हैं लेकिन जरूरत के हिसाब से 42 स्क्वाड्रन चाहिएं, उन्होंने कहा कि इस कमी को दूर करने के लिए अभी कुछ वर्षों का समय लगेगा। इस मौके पर जब धनोआ से राफेल विमानों की खरीद में ज्यादा कीमत में हुई डील के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राफेल की खरीद में पूरी पारदर्शिताा रखी गई है और यह विमान देश के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि फाइटर विमान मैन्युफैक्चरिंग में आने वाले समय में भारत की उच्चस्तरीय कम्पनियों को भी मौका दिया जाएगा। कम्पनियों के नाम पूछे जाने पर वायु सेना प्रमुख ने अनभिज्ञता जताई।