Edited By Vatika,Updated: 06 Sep, 2018 09:48 AM
‘आप’ की ओवरसीज यूनिट्स ने हाईकमान को स्पष्ट कर दिया है कि वे सीधे तौर पर पंजाब इकाई के साथ ही काम करेंगे और पंजाब में ही ‘आप’ को मजबूत करने के लिए कदम उठाएंगे। पार्टी द्वारा हाल ही में ओवरसीज यूनिट्स को भंग करने संबंधी भेजी गई ई-मेल को हाईकमान का...
चंडीगढ़ (रमनजीत): ‘आप’ की ओवरसीज यूनिट्स ने हाईकमान को स्पष्ट कर दिया है कि वे सीधे तौर पर पंजाब इकाई के साथ ही काम करेंगे और पंजाब में ही ‘आप’ को मजबूत करने के लिए कदम उठाएंगे। पार्टी द्वारा हाल ही में ओवरसीज यूनिट्स को भंग करने संबंधी भेजी गई ई-मेल को हाईकमान का चिर-परिचित स्टाइल करार देते हुए एन.आर.आइज द्वारा कहा गया है कि अब वे सिर्फ और सिर्फ पंजाब के लिए काम करने वालों का ही समर्थन करेंगे।
यह इशारा सीधे तौर पर सुखपाल खैहरा व 7 अन्य ‘बागी’ विधायकों की तरफ है। इस संबंध में ‘आप’ के ओवरसीज को-ऑर्डीनेटर मनजिंद्र संधू ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा ओवरसीज यूनिट्स को भंग किए जाने संबंधी फैसला उनके लिए कोई नई बात नहीं थी क्योंकि उन सभी ने ‘आप’ के हालात देखते हुए मार्च माह में ही अपनी मंशा पार्टी लीडरशिप को स्पष्ट कर दी थी कि ज्यादातर ओवरसीज इंचार्ज सीधे पंजाब के साथ ही जुडऩे के पक्ष में हैं। ‘पंजाब केसरी’ को भेजी ई-मेल में मनजिंद्र सिंह द्वारा कहा गया है कि उनके समेत ‘आप’ के सभी ओवरसीज चैप्टर्स ने 26 मार्च 2018 को ही पृथवी रैड्डी को पत्र भेजकर कह दिया था कि हम प्रस्ताव को पारित करके पंजाब लीडरशिप के तहत सीधे पंजाब ‘आप’ इकाई के साथ काम करेंगे और आम आदमी पार्टी के साथ नहीं।
संधू के मुताबिक पृथवी रैड्डी ने उक्त ई-मेल में प्रतिक्रिया देते हुए हमसे संवाद करने या ओवरसीज ‘आप’ पदाधिकारियों की बात सुनने की बजाय एक धमकी भरीमेल भेज दी, जिसमें कहा गया था कि सीधे पंजाब लीडरशिप के साथ संपर्क व काम करने को पार्टी विरोधी गतिविधि माना जाएगा। दुखद बात यह है कि उन सभी ओवरसीज चैप्टर्स ने दिल्ली और पंजाब के विधानसभा चुनावों के दौरान बहुत मेहनत की है। मनजिंद्र ने कहा कि ‘आप’ के लिए काम करने वाले एन.आर.आइज ने एक-एक, दो-दो लाख डॉलर फंड जुटाकर ‘आप’ को दिए और रातों को जाग-जाग कर लोगों को ‘आप’ के लिए वोट करने की अपील फोन्स के जरिए की लेकिन अंत में हम एन.आर.आइज को निराशा ही हाथ लगी।