Edited By Vatika,Updated: 13 Apr, 2018 09:33 AM
कहते हैं कि जब कुछ कर दिखाने की तमन्ना हो तो मंजिलें दूर नहीं होती। इस बात को साबित कर दिखाया है बी.आर.एस. नगर की रहने वाली 45 वर्षीय समिता आहूजा ने। समिता ने चंडीगढ़ में आयोजित नैशनल मास्टर स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में भाग लेकर 2 सिल्वर मैडल अपने नाम...
लुधियाना (विक्की): कहते हैं कि जब कुछ कर दिखाने की तमन्ना हो तो मंजिलें दूर नहीं होती। इस बात को साबित कर दिखाया है बी.आर.एस. नगर की रहने वाली 45 वर्षीय समिता आहूजा ने। समिता ने चंडीगढ़ में आयोजित नैशनल मास्टर स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में भाग लेकर 2 सिल्वर मैडल अपने नाम किए। प्रतियोगिता में 40 से अधिक आयु वर्ग में भाग लेते हुए समिता ने 100 व 200 मीटर में मैडल अपने नाम किए। यह प्रतियोगिता 3 से 8 अप्रैल तक हुई थी।
खास बात तो यह है कि समिता अपने बेटे निखिल को बास्केटबाल की ट्रेङ्क्षनग करवाने गुरु नानक स्टेडियम आती थी। इस दौरान जब उनका बेटा बास्केटबाल की ट्रेङ्क्षनग में होता तो उन्होंने एथलैटिक्स ग्राऊंड में आकर दौड़ लगानी शुरू कर दी। पंजाब खेल विभाग के एथलैटिक्स कोच संजीव शर्मा ने बताया कि समिता उनके पास ही अभ्यास करती है। समिता ने बताया कि जब वह शाम के समय दौड़ लगाती थी तो कोच संजीव ने उसे मोटीवेट किया। समिता ने कहा कि वह जब 13 वर्ष की थी तो एथलैटिक्स में विजेता थी, लेकिन उस समय दौरान हालातों के मद्देनजर वह अपनी गेम को लगातार जारी नहीं रख पाई। |
अब वह वर्ष 2016 से दोबारा प्रैक्टिस कर रही है जिसके चलते उसने कोच संजीव से ली ट्रेङ्क्षनग के बाद ही मस्तुआना साहिब में आयोजित ओपन पंजाब वैट्रन एथलैटिक्स की 100, 200 व लंबी कूद स्पर्धा के 3 गोल्ड जीते। अब वह सितम्बर में होने वाली एशियाड गेम्स की तैयारियों में जुटी हुई है।