Edited By ,Updated: 10 Jan, 2019 10:10 AM
पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन की 2 दिवसीय हड़ताल के आज दूसरे दिन भी पंजाब रोडवेज के नवांशहर डिपो में पनबस बसें स्टैंड की शोभा बनती रहीं। डिपो की कुल 94 बसों में से करीब दर्जन भर बसें ही सड़कों पर उतर पाईं। पंजाब रोडवेज कर्मचारियों की 2...
नवांशहर(त्रिपाठी): पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन की 2 दिवसीय हड़ताल के आज दूसरे दिन भी पंजाब रोडवेज के नवांशहर डिपो में पनबस बसें स्टैंड की शोभा बनती रहीं। डिपो की कुल 94 बसों में से करीब दर्जन भर बसें ही सड़कों पर उतर पाईं। पंजाब रोडवेज कर्मचारियों की 2 घंटे की हड़ताल व पनबस कांट्रैक्ट वर्कर्ज की 2 दिनों की पूर्ण हड़ताल के चलते नवांशहर डिपो को करीब 20 लाख रुपए के राजस्व के नुक्सान का अनुमान लगाया जा रहा है जबकि दूसरी ओर आज दूसरे दिन भी निजी कंपनी की बसों की चांदी रही।
बसों की हड़ताल के चलते मुसाफिरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। निजी बसों में अधिक भीड़ तथा सरकारी बसों के सड़कों पर न उतरने के चलते मुसाफिरों को परेशान होना पड़ा। रोडवेज डिपो के एक अधिकारी के अनुसार नवांशहर डिपो में पनबस की 82 तथा रोडवेज की 12 बसों सहित कुल 94 बसों का बेड़ा है। इसमें से पनबस बसों की पूर्ण हड़ताल के चलते आज दूसरे दिन भी कोई भी बस सड़क पर नहीं उतरी जबकि रोडवेज कर्मचारियों ने 2 घंटे की हड़ताल की थी जिसके चलते रोडवेज की कुछ बसें ही सड़कों पर उतर पाईं। एक कर्मचारी ने बताया कि नवांशहर डिपो में बसों से करीब 7-8 लाख रुपए की रोजाना आमदन होती है जिसके चलते 2 दिवसीय हड़ताल के कारण डिपो को लगभग 20 लाख रुपए के घाटे का अनुमान है।
देशव्यापी हड़ताल के चलते पनबस बसों द्वारा पूर्ण रूप से तथा रोडवेज की आंशिक हड़ताल के चलते मुसाफिरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बस के इंतजार में खड़े राहुल ने बताया कि वह चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ता है परन्तु समय पर बस न मिल पाने के चलते आज वह अपने लैक्चर नहीं लगा पाएगा। महिला स्वर्ण कौर ने बताया कि वह अपने परिवार सहित अमृतसर जा रही है परन्तु काफी समय से उसे बस नहीं मिल रही है। निजी बसें जहां भरी हुई आ रही हैं वहीं उन बसों पर गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का संदेह ही रहता है।