Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jan, 2018 04:39 PM
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से लोकसभा सांसद हरिंद्र सिंह खालसा ने बुधवार को लखनऊ में केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा राज्यसभा नामांकन पत्र दाखिल करने दौरान उपस्थिति दर्ज करवा पंजाब की राजनीति में भूचाल ला दिया है।
पटियाला : पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से लोकसभा सांसद हरिंद्र सिंह खालसा ने बुधवार को लखनऊ में केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा राज्यसभा नामांकन पत्र दाखिल करने दौरान उपस्थिति दर्ज करवा पंजाब की राजनीति में भूचाल ला दिया है। उनकी उपस्थिति से उनके बीजेपी में जानें की अटकले तेज हो गई हैं। खालसा पुरी के अच्छे दोस्त हैं, दोनों भारतीय विदेश सेवा के राजनयिक थे। ऑपरेशन ब्लू स्टार के विरोध में खालसा ने आईएफएस से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा के समारोह में खालसा की उपस्थिति ने 2019 चुनाव दौरान उनके शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। खालसा 2014 के लोकसभा चुनाव दौरान आप की टिकट पर जीते थे जिनका पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल से विवाद हो गया था जिसके बाद इन्हें 2015 में पटियाला से सांसद डॉ धर्मवीर गांधी के साथ पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। दोनों सांसदों ने शुरू में केजरीवाल के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों को बहाल करने के प्रयास किए, लेकिन उनके प्रयासों के असफल होने के बाद दोनों सांसदों ने आप को खुद से अलग कर दिया। पार्टी लाईन को छोड़कर वे अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से काम करने लगे।
गांधी ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि वे 201 9 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन खलसा ने ऐसा कोई वक्तव्य नहीं दिया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह एक और राजनीतिक दल में शामिल हो सकते हैं और लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
बता दें पुरी आईएफएस से रिटायर होने के चार साल बाद बीजेपी में शामिल हो गए थे। इस अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। मोदी सरकार में आवास एवं शहरी विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को लखनऊ के बीजेपी कार्यालय में यूपी से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। यूपी में राज्यसभा की यह सीट मनोहर पर्रिकर के रक्षामंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद 2 सितंबर को खाली हुई थी। इस सीट का वर्तमान कार्यकाल 25 नवंबर 2020 तक है। यानी हरदीप सिंह पुरी को बतौर राज्यसभा सदस्य दो साल से भी कम का कार्यकाल मिलेगा।