Edited By Yaspal,Updated: 30 Jul, 2018 10:11 AM
बेरोजगारी की मजबूरी के कारण परिजन अपनी बेटियों को दुबई ना भेजें क्योंकि वहां पर लड़कियों की खरीद-फरोख्त होती है। पंजाबी लड़कियों को वहां के शेख खरीदकर उनका शारीरिक और मानसिक शोषण करते हैं।
तरनतारनः बेरोजगारी की मजबूरी के कारण परिजन अपनी बेटियों को दुबई ना भेजें क्योंकि वहां पर लड़कियों की खरीद-फरोख्त होती है। पंजाबी लड़कियों को वहां के शेख खरीदकर उनका शारीरिक और मानसिक शोषण करते हैं। दुबई से लौटी युवती सिमरनजीत कौर ने किया है।
बेरोजगारी के मारे परिजन मजबूरी में अपनी बेटियों को दुबई मत भेजें वहां पर लड़कियों की खरीद-फरोख्त होती है। पंजाबी लड़कियों को वहां के शेख खरीद कर उनका शरीरिक और मानसिक शोषण करते हैं। यह खुलासा दुबई से लौटी युवती सिमरनजीत कौर ने किया।
एयरपोर्ट पर हुई परेशानी
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के दखल के बाद दुबई से 5 दिनों बाद वापस लौटी सिमरनजीत कौर ने बताया कि गांव पंडोरी गोला निवासी गुरजीत कौर पत्नी कुलविंदर सिंह ने बताया कि दुबई पहुंचते ही उसे एयरपोर्ट पर परेशानी झेलनी पड़ी क्योंकि उसे लेने के लिए कोई नहीं आया। बड़ी मुश्किल से वह एक एजेंट तक पहुंची जो गुरजीत कौर के संपर्क में था।
सिमरनजीत ने बताया कि उसे रात 10 बजे कमरे में बंद कर दिया गया। यहां पर करीब एक दर्जन लड़कियां थी। उनमें से कई तरनतारन जिले की भी हैं। उसने खुलासा किया कि उस कमर में शेख लड़कियों का चयन करके खरीद कर ले जाते हैं। उन्होंने बताया कि मुश्किल से पंजाबी युवक ने रास्ता दिखाते हुए मेरी अपने परिजनों से बात कराई।
लड़कियों को अरब देश में न भेजें
लड़की के पिता मेजर सिंह, मां जसविंदर कौर और भाई सलिंदर सिंह ने बताया कि हलका विधायक डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री, डीसी प्रदीप सभ्रवाल के ध्यान में मामला लाया गया, जिसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सिमरनजीत कौर को वापिस भारत लाने में अहम भूमिका निभाई। रविवार की शाम को घर लौटी सिमरनजीत कौर ने बताया कि परिजनों को अपनी लड़की अरब देश नहीं भेजनी चाहिए।