Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Apr, 2018 03:08 PM
एक तरफ फसलों के अवशेष को आग लगाने से रोकने के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा सख्ती से किसानों को चेतावनी दी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ जिला मोगा के किसानों ने सरकारी नियमों की अवहेलना करते हुए गेहूं के नाड़ को आग लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मोगा (ग्रोवर): एक तरफ फसलों के अवशेष को आग लगाने से रोकने के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा सख्ती से किसानों को चेतावनी दी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ जिला मोगा के किसानों ने सरकारी नियमों की अवहेलना करते हुए गेहूं के नाड़ को आग लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हैरानी की बात तो यह है कि खेतीबाड़ी विभाग मोगा द्वारा गेहूं के नाड़ को आग लगाने से रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई अमल में लाने के दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका ज्यादा असर होता दिखाई नहीं दे रहा, जिस कारण किसानों द्वारा गेहूं के नाड़ को सरेआम आग लगाई जा रही है।
वैसे कुछ दिन पहले विभाग के खेतीबाड़ी विकास अफसर डा. जसविंद्र सिंह बराड़ ने रौंता में कार्रवाई करते किसान द्वारा नाड़ को लगाई गई आग जरूर बुझाई थी। इसके अलावा जिलेभर में विभाग द्वारा अभी तक कहीं भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। मोगा शहर के दोसांझ रोड को जाते रास्ते पर आज दोपहर समय कई घंटे गेहूं के नाड़ को लगाई गई आग की लपटें चलती रहीं। खेतीबाड़ी विभाग के दावों की पोल इस आग ने पूरी तरह खोलकर रख दी है।