Edited By Anjna,Updated: 25 Mar, 2019 11:29 AM
मोगा की असुरक्षित इमारतें किसी समय भी बड़े हादसे का सबब बन सकती हैं।
मोगा(गोपी): मोगा की असुरक्षित इमारतें किसी समय भी बड़े हादसे का सबब बन सकती हैं। खस्ता हालत इमारतों संबंधी नगर निगम मोगा के अधिकारियों को सब कुछ पता है, लेकिन फिर भी अधिकारियों की चुप्पी पर अब सवाल उठने लगे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि नगर निगम मोगा के जनरल हाऊस की पिछले 3 वर्षों दौरान हुई बैठक में निगम के पार्षदों ने इन इमारतों को गिराने के नोटिस निकालने की वकालत की थी, लेकिन फिर भी इस मामले की तरफ जरूरी ध्यान नहीं दिया गया जिस कारण ये इमारतें ज्यों की त्यों खड़ी हैं।‘पंजाब केसरी’ द्वारा आज शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने पर यह तथ्य उभरकर सामने आया कि मोगा शहर के भीड़भाड़ वाले शहरी क्षेत्र में ही 100 से ज्यादा असुरक्षित इमारतें हैं। इन इमारतों में से कुछ की छतें तो पहले ही ढह-ढेरी हो चुकी हैं, लेकिन दीवारों सहित दूसरा मलबा खड़ा है। पता लगा है कि इन इमारतों में से 35 के करीब तो ऐसी हैं, जो किसी समय भी गिर सकती हैं। इन इमारतों को पहली नजर देखने पर यह पता लग जाता है कि ये बहुत पुरानी बनी हैं क्योंकि कई इमारतों को बनाने के लिए तो छोटी ईंटों का प्रयोग किया है।
80 से 100 वर्ष या इससे ज्यादा पुरानी इमारतें मोगा शहर के पुराने मोगा वाले क्षेत्र के साथ-साथ दशहरा ग्राऊंड रोड तथा सिविल अस्पताल के पिछले एरिया सहित अन्य स्थानों पर भी हैं। इसके अलावा दाना मंडी में भी कुछ इमारतें असल में पुरानी हैं। इन पुरानी इमारतों के नजदीक रहने वाले शहरवासियों का कहना है कि वे हर समय सहम के माहौल में अपनी जिंदगी के दिन काटते हैं। उन्होंने कहा कि बरसाती दिनों दौरान तो उनका डर और भी अधिक हो जाता है क्योंकि बारिश के पानी से इमारतें किसी समय भी गिर सकती हैं।
बहुमंजिला इमारत होने के कारण है अधिक खतरा
इन पुरानी इमारतों में कुछ इमारतें ऐसी भी हैं, जो 2 या 3 मंजिला बनी हुई हैं। इन बहुमंजिला कंडम इमारतों के कारण खतरा और भी अधिक हो जाता है क्योंकि यदि किसी समय ये बड़ी इमारतें गिर गईं, तो कीमती मानवीय जिंदगियों का नुक्सान हो सकता है।