Edited By Vatika,Updated: 23 Jun, 2018 05:45 PM
गत 18 जून को गांव जसपाल बांगड़ के खेतों में तिरपाल में लिपटे मिले अज्ञात शव के मामले को पुलिस ने 4 दिन में ही सुलझा लिया है। शव संतोष यादव (20) का निकला, जिसकी दोस्त ने ही उधार दिए पैसे वापस मांगने पर तेजधार हथियार से हत्या कर दी थी। उपरोक्त जानकारी...
लुधियाना(ऋषि): गत 18 जून को गांव जसपाल बांगड़ के खेतों में तिरपाल में लिपटे मिले अज्ञात शव के मामले को पुलिस ने 4 दिन में ही सुलझा लिया है। शव संतोष यादव (20) का निकला, जिसकी दोस्त ने ही उधार दिए पैसे वापस मांगने पर तेजधार हथियार से हत्या कर दी थी। उपरोक्त जानकारी डी.सी.पी. अश्विनी कपूर, ए.डी.सी.पी. संदीप शर्मा व ए.सी.पी. रमनदीप सिंह भुल्लर ने शुक्रवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान दी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान संतोष शाह और फरार हत्यारे की पहचान शत्रुघ्न (35) के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मृतक के रिश्तेदार राजू यादव के बयानों पर धारा-302, 201, 34 आई.पी.सी. के अधीन केस दर्ज किया है। संतोष शाह को शुक्रवार को घर से गिरफ्तार किया गया, जिसे शनिवार को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा। वहीं फरार हत्यारे की तलाश में पुलिस छापेमारी जारी है।
इकट्ठे काम करने दौरान हुई दोस्ती
पुलिस के अनुसार मृतक संतोष यादव और शत्रुघ्न फोकल प्वाइंट फेज-7 में एक साथ फैक्टरी में लेबर का काम करते थे, जहां दोनों की दोस्ती हो गई। लगभग 5 माह पहले शत्रुघ्न ने संतोष से 15 हजार रुपए उधार लिए थे, जिन्हें बार-बार मांगने पर भी वह लौटा नहीं रहा था। पैसे वापस मांगना ही उसकी मौत का कारण बना।
घर बुलाकर पिलाई शराब, फिर की हत्या
गत 16 जून को रात्रि 8 बजे शत्रुघ्न ने पैसे देने के बहाने संतोष को घर बुलाया था। जहां पर दोनों ने एक साथ शराब की। नशे में धुत्त होने पर पैसों की बात पर इनका झगड़ा हो गया, जिसके बाद शत्रुघ्न ने संतोष पर हमला करके उसे मौत के घाट उतार दिया।
ऐसे लगाया शव ठिकाने
हत्या करने के बाद साथ वाले कमरे में रहता शत्रुघ्न का भाई संतोष शाह उसके कमरे में आया, जहां दोनों ने शव को खुर्द-बुर्द करने का प्लान बनाया। उन्होंने शव को तिरपाल में बांधा और रात्रि 10 बजे के करीब बाइक पर दोनों भाई 1 किलोमीटर सुनसान खेतों में जाकर फैंक आए। जहां से पुलिस को 2 दिन बाद क्षत-विक्षत हालत में शव मिला था।
हत्यारे ने बनवा रखा है जाली आधार कार्ड
पुलिस के अनुसार हत्यारे ने राज किशोर के नाम से अपना जाली आधार कार्ड भी बनवाया हुआ है, जो पुलिस के हाथ लगा है। पुलिस रिकार्ड खंगालने में लगी है।