Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 09:06 AM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के सिपहसालारों यानी पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्रियों की कार्यप्रणाली से पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी बेहद खफा हैं।
जालंधर (रविंदर शर्मा): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के सिपहसालारों यानी पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्रियों की कार्यप्रणाली से पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी बेहद खफा हैं। सभी मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड राहुल गांधी पहले ही तलब कर चुके हैं। 10 महीने के भीतर ही जिस तरह से सरकार की जनता के बीच किरकिरी हो रही है, उससे राहुल खासे नाखुश हैं। अगले महीने कैप्टन सरकार का कैबिनेट विस्तार हो सकता है और इसमें कई मंत्रियों के विभागों में रद्दोबदल किया जा सकता है। यही नहीं राहुल ने साफ संकेत दे दिया है कि दोआबा से 2 कैबिनेट मंत्रियों को सरकार में लिया जाए।
दरअसल राहुल गांधी का निशाना मिशन-2019 है। राहुल गांधी जानते हैं कि उत्तर भारत में भाजपा की स्थिति पहले से कमजोर हुई है। यह जरूर है कि उत्तर भारत के अधिकांश राज्य भाजपा की झोली में जा चुके हैं मगर वहां की एंटी इंकबैंसी को कांग्रेस 2019 में भुनाने का प्रयास करेगी।
इसके लिए राहुल गांधी टीम लगातार पंजाब पर नजर रख रही है और सरकार के कामकाज को परखा जा रहा है। अभी तक के रिपोर्ट कार्ड से राहुल गांधी पंजाब सरकार के कई कैबिनेट मंत्रियों से खासे नाराज हैं। इनमें साधू सिंह धर्मसोत, तृप्त राजेंद्र सिंह बाजवा और अरुणा चौधरी के विभाग सबसे आगे हैं। इन तीनों कैबिनेट मंत्रियों के कामकाज संतोषजनक स्तर पर नहीं रहे हैं।
यही कारण है कि आने वाले दिनों में इन तीनों कैबिनेट मंत्रियों का कद कम किया जा सकता है। इसके अलावा पिछले 10 महीनों से जिस तरह से आॢथक प्लेटफार्म पर लगातार सरकार की स्थिति रही है और जनता के बीच किरकिरी हुई है, उससे मनप्रीत बादल का वित्त विभाग भी निशाने पर है।